Edited By Isha,Updated: 18 Apr, 2019 05:37 PM
वित्तीय संकट के कारण फिलहाल परिचालन बंद कर चुकी निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के शेयर गुरुवार को 30 फीसदी लुढ़क गए। एयरलाइन ने बुधवार शाम घोषणा की थी कि गुरुवार से उसकी सभी घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द
मुंबईः वित्तीय संकट के कारण फिलहाल परिचालन बंद कर चुकी निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के शेयर गुरुवार को 32 फीसदी लुढ़क गए। एयरलाइन ने बुधवार शाम घोषणा की थी कि गुरुवार से उसकी सभी घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द रहेंगी। उसने कहा है कि परिचालन अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है। इसके लिए कंपनी ने नकदी की कमी का हवाला दिया है।
इस घोषणा के बाद आज सुबह बाजार खुलते ही कंपनी के शेयर 24.15 अंक लुढ़ककर 217.70 अंक पर खुले। कल बाजार बंद होते समय यह 241.85 अंक पर रहा था। खबर लिखे जाने तक एयरलाइन का शेयर 30.29 प्रतिशत टूटकर 168.60 अंक तक उतर चुका था। वहीं जेट एयरवेज की सभी उड़ानें ठप होने से सैकड़ों यात्रियों के सामने दोहरी मुश्किल आ गई है। एक तरफ उन्हें पूर्व नियोजित यात्रा को पूरा करने के लिए काफी ऊंचे दाम पर नया टिकट खरीदना पड़ रहा है, तो दूसरी ओर रद्द हुए टिकट का रिफंड पाने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
एयर इंडिया के एक पूर्व अधिकारी का कहना है कि एयरलाइन के पास भीषण नकदी संकट है, जिसकी वजह से उसे संचालन पूरी तरह बंद करना पड़ा। ऐसे में यात्रियों को टिकट के पैसे लौटाने में मुश्किल आ सकती है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं आता है तो इस बात की काफी आशंका है कि यात्रियों को पैसे वापस पाने के लिए उपभोक्ता अदालत का रुख करना पड़े। इतना ही नहीं, अगर कर्जदाता ऋण समाधान प्रक्रिया के तहत एनसीएलटी का रुख करते हैं तो यात्रियों को रिफंड पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन जेट एयरवेज बंद होने की कगार पर है। कंपनी के अब सिर्फ 5 विमान परिचालन में हैं। इसके अलावा, इथियोपियाई एयरलाइन विमान हादसे के बाद सुरक्षा कारणों से स्पाइसजेट को अपने 12 बोइंग 737 मैक्स विमानों को परिचालन से बाहर करना पड़ा। उड़ानों की संख्या में तेज गिरावट का असर यह हुआ कि विमानों की संख्या कम होने लगी है जबकि हवाई सफर के किराए में इजाफा भी हो रहा है। इन परिस्थितियों में ग्राहकों को परेशानी हो रही है तो वहीं इस मौके को स्पाइसजेट भुना रही है।