Edited By Supreet Kaur,Updated: 19 Dec, 2019 10:40 AM
जमीन पर खड़ी जैट एयरवेज को एक बार फिर से पंख लग सकते हैं। नागर विमानन मंत्रालय और विमानन नियामक डीजीसीए ने राष्ट्रीय कम्पनी विधि प्राधिकरण (एनसीएलटी) को इस बारे में भरोसा दिया है कि वह जल्द ही इस कम्पनी को शुरू करने ....
नई दिल्लीः जमीन पर खड़ी जैट एयरवेज को एक बार फिर से पंख लग सकते हैं। नागर विमानन मंत्रालय और विमानन नियामक डीजीसीए ने राष्ट्रीय कम्पनी विधि प्राधिकरण (एनसीएलटी) को इस बारे में भरोसा दिया है कि वह जल्द ही इस कम्पनी को शुरू करने के लिए काफी गंभीर है। डीजीसीए ने कहा है कि अगर कोई कम्पनी जैट एयरवेज को फिर से शुरू करना चाहती है और उसके बारे में ठोस प्लान है, तो वह अच्छे से गौर करेगी।
निवेशक लेकर आएं बढिय़ा प्रस्ताव
मंत्रालय की तरफ से पेश हुए वकीलों ने एनसीएलटी से कहा कि अगर जैट एयरवेज के संभावित निवेशक किसी प्लान के साथ उड़ान भरने को तैयार हैं तो फिर इसको उनकी तरफ से हरी झंडी मिलेगी। वहीं वकीलों ने यह भी कहा कि एयरलाइन को मिले हुए स्लॉट अभी भी बचे हुए हैं। इसका प्रयोग कोई अन्य एयरलाइन नहीं कर सकती है। हवाई अड्डों पर मौजूद स्लॉट को लेने के लिए आखिरी तारीख 15 जनवरी है। एयरलाइन के पास उपलब्ध स्लॉट से ही उसके वजूद के बारे में पता चलता है। जो विमानन कम्पनी पहले से जमीन पर है, उसके लिए स्लॉट का होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे पता चलता है कि कम्पनी कितने रूटों पर अपने विमानों का परिचालन कर सकती है।
8 माह से बंद पड़ी है कम्पनी
जैट एयरवेज को बंद हुए करीब 8 महीने हो गए हैं। कम्पनी के बंद होने से 20,000 लोगों की नौकरी पर संकट आ गया था। कम्पनी के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं थे। इतना ही नहीं, भारी नकदी संकट से डूबने की कगार पर पहुंची निजी क्षेत्र की विमानन कम्पनी जैट एयरवेज ने अपने 20,000 से अधिक कर्मचारियों की मैडीक्लेम सुविधा भी बंद कर दी थी। एयरलाइन ने कर्मचारियों से कहा था कि वह समूह मैडीक्लेम पॉलिसी का प्रीमियम भरने की स्थिति में नहीं है।