Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jan, 2019 10:58 AM
जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड की नजर रसोई घर में काम आने वाले बर्तनों के 14,000 करोड़ रुपए के बाजार में मौजूद अवसरों को अधिक आक्रामक तरीके से भुनाने पर है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि माल एवं सेवा कर
कोलकाताः जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड की नजर रसोई घर में काम आने वाले बर्तनों के 14,000 करोड़ रुपए के बाजार में मौजूद अवसरों को अधिक आक्रामक तरीके से भुनाने पर है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किए जाने के बाद क्षेत्र अधिक संगठित हुआ है। कंपनी के ओडिशा के जाजपुर स्थित संयंत्र के कोल्ड रोल्ड मिल की क्षमता दो लाख टन प्रति वर्ष तक बढ़ाने के लिए पहले ही 240 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है।
अधिकारी ने बताया कि इस संयंत्र से कंपनी को पूर्वी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में रसोई घर के बर्तन बनाने वालों को अधिक प्रतिस्पर्धी कीमत पर कोल्ड रोल्ड स्टेनलेस स्टील उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। जिंदल स्टेनलेस स्टील के बिक्री प्रमुख विजय शर्मा ने कहा, 'हमने जाजपुर संयंत्र के कोल्ड रोल्ड स्टेनलेस स्टील मिल की क्षमता दो लाख टन प्रति वर्ष के हिसाब से बढ़ा दी है। जीएसटी लागू किए जाने के बाद रसोई घर के सामान का बाजार अधिक संगठित हुआ है, जिससे मांग बढ़ेगी।’’ देश में स्टेनलेस स्टील के रसोईघटर के सामानों और संबंधित क्षेत्र का सालाना मांग बाजार 35,000 करोड़ रुपए का है। इसके लिए सालाना 10 लाख टन इस्पात की मांग है। इसमें से डेढ लाख टन स्टेनलेस स्टील का आयात किया जाता है।