17 साल में पहली बार भारत में घटी Johnson & Johnson की सेल

Edited By vasudha,Updated: 03 Jan, 2019 01:19 PM

johnson johnson sales decrease in india

भारत में बेबीकेयर प्रॉडक्टस के लिए मशहूर जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में कैंसर कारक तत्व पाए जाने के कारण यह विवादों में घिर गई है जिस कारण इसकी बिक्री पर भी असर पड़ा है। 2002 के बाद पहली बार भारत में इसकी सेल घट गई है...

बिजनेस डेस्क: भारत में बेबीकेयर प्रॉडक्टस के लिए मशहूर जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में कैंसर कारक तत्व पाए जाने के कारण यह विवादों में घिर गई है जिस कारण इसकी बिक्री पर भी असर पड़ा है। 2002 के बाद पहली बार भारत में इसकी सेल घट गई है। 
PunjabKesari

रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के अनुसार मार्च 2018 को खत्म हुए वर्ष में कंपनी की 3% प्रतिशत की बिक्री कम होकर 5,828 करोड़ हुई है जबकि गुणवत्ता के मामले में इसका लाभ 18 प्रतिशत बढ़ा है। जिससे बाजार में इसकी हिस्सेदारी बढ़ी। जॉनसन एंड जॉनसन का विस्तार पिछले कुछ वर्षों में धीमा हुआ और पिछले कुछ दशक के अधिकांश समय में इसका वार्षिक विस्तार 10 से 15 प्रतिशत हुआ।


PunjabKesari

कंपनी ने एक ईमेल के जवाब में कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी भारत में सूचीबद्ध नहीं है इसलिए हम बाजार की सूचना या वि​वरण नहीं दे सकते। 2018 के वित्त वर्ष में भारत में बच्चे की तेल, शैम्पू आदि के उत्पाद में राजस्व 3,092 करोड़ घटा है। 2017 में इसका व्यापार 76.5 बिलियन डॉलर था। जो कि भारत के 4,000 करोड़ के बेबी उत्पाद का 3-4 चौथाई हिस्सा है। 

PunjabKesari

पहले भी विवादों में रही है जॉनसन एंड जॉनसन 
बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन और विवादों का पुराना नाता रहा है। 1982 में अमेरिका में इस कंपनी की टायलीनॉल दवा से 7 लोगों की जान गई थी। वहीं 2008 में कई लोगों ने कंपनी के उत्पादों पर बदबू और मिलावट का आरोप लगाया था। 2010 में कंपनी के वाशिंगटन प्लांट को बंद करना पड़ा। 2013 में सायकोटिक दवा के गलत प्रचार में जॉनसन एंड जॉनसन पर 220 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगा। जॉनसन एंड जॉनसन के नो मोर टीयर वाले बच्चों के शैम्पू पर भी सवाल उठ चुके हैं। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!