Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Sep, 2018 01:02 PM
चिकित्सा उपकरण बनाने वाली कंपनी जॉनसन ऐंड जॉनसन उन मरीजों को मुआवजा देने को तैयार हो गई है जिनको उसके खराब उपकरणों के कारण परेशानी झेलनी पड़ी थी।
नई दिल्लीः चिकित्सा उपकरण बनाने वाली कंपनी जॉनसन ऐंड जॉनसन उन मरीजों को मुआवजा देने को तैयार हो गई है जिनको उसके खराब उपकरणों के कारण परेशानी झेलनी पड़ी थी। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि कंपनी उन सभी मरीजों को मुआवजा देने के लिए तैयार है जो अपनी विकलांगता का मामला राज्य समिति के समक्ष रखेंगे। इन मरीजों के कूल्हे में जॉनसन ऐंड जॉनसन के खराब उपकरण लगे थे जिसके कारण वे चलने-फिरने में लाचार हो गए थे।
इससे पहले केंद्रीय दवा नियामक ने सभी राज्य दवा नियंत्रकों से ऐसे मरीजों की पहचान करने और उन्हें कंपनी से मुआवजा दिलाने को कहा था। सरकार इन मरीजों को 20 लाख रुपए न्यूनतम मुआवजा और उनकी विकलांगता के आधार पर अतिरिक्त मुआवजा दिलाना चाहती है।
2025 तक मेडिकल कास्ट का भुगतान
माना जा रहा है कि कंपनी के खराब उपकरणों से 4000 से अधिक मरीज प्रभावित हुए हैं। सरकार ने जॉनसन ऐंड जॉनसन की सहयोगी कंपनी डीपुई मेडिकल को 2025 तक मुआवजा देने को कहा है।
अमेरिका में 2.5 बिलियन डॉलर का भुगतान
जानकारी के लिए बता दें जॉनसन एंड जॉनसन ने वैश्विक स्तर पर 2010 में किए गए सभी ट्रांसप्लांट को वापस लेने का फैसला किया था। साथ ही इससे प्रभावित मरीजों के लिए जो कंपनी की ओर से भुगतान किया जाता उसके नियमों को भी अगस्त 2017 में बदल दिया था। अब भारत के मरीजों को ये कंपनी 20 लाख रुपये मुआवजे को तौर पर देगी। इससे पहले कंपनी ने अमेरिका के 8 हजार मरीजों को 2.5 बिलियन डॉलर की राशि का भुगतान किया है।