Edited By ,Updated: 19 Sep, 2016 12:13 PM
जे पी मॉर्गन के चेयरमैन और सीईओ जेमी डाइमन ने कहा, 'एक ओर दुनिया में खलबली मची है तो दूसरी ओर भारत की ग्रोथ स्टेबल बनी हुई है।
नई दिल्लीः जे पी मॉर्गन के चेयरमैन और सीईओ जेमी डाइमन ने कहा, 'एक ओर दुनिया में खलबली मची है तो दूसरी ओर भारत की ग्रोथ स्टेबल बनी हुई है। इसका जश्न मनाना गलत नहीं है।' डाइमन तीसरे ग्लोबल लीडर हैं और उनसे पहले बार्कलेज के जेस स्टेली और डी.बी.एस. बैंक के पीयूष गुप्ता ने भी भारत की तारीफ की थी। इन ग्लोबल लीडर्स ने कहा है कि भारत में टॉप लेवल पर करप्शन खत्म हो गया है। इससे भारत का आकर्षण विदेशी निवेशकों के बीच बढ़ रहा है। उन्होंने सरकार के रिफॉर्म जारी रखने और बैंकों की बैलेंस शीट साफ-सुथरी बनाने की पहल की प्रशंसा की थी।
भारत की ग्रोथ सबसे तेज
2008-09 के ग्लोबल फाइनैंशल क्राइसिस में जेपी मॉर्गन पर आंच नहीं आई थी और उस समय डाइमन ही इस बैंक के बॉस थे। डाइमन ने कहा, 'भारत दुनिया का चमकता सितारा है। अभी उसका यह दौर खत्म नहीं हुआ है। भारत की ग्रोथ दुनिया में आज सबसे तेज है। आपके यहां बदलाव हो रहे हैं। एक क्वॉर्टर या इस साल क्या होता है, मैं इसकी परवाह नहीं करता। मैं किसी भी देश को 20-30 साल की ग्रोथ के नजरिए से देखता हूं। इस लिहाज से भारत बढ़िया दिख रहा है।'
भारत की इमेज बदली
डाइमन ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की इमेज ग्लोबल इन्वेस्टर्स के बीच बदली है। उन्होंने कहा कि भारत की जी.डी.पी. ग्रोथ बड़े देशों में सबसे तेज है। यहां लगातार रिफॉर्म हो रहे हैं। पिछले चार-पांच साल में भारत में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट डबल हो गया है।
डाइमन ने कहा कि भारत में कई कामयाब कंपनियां हैं। इनकी खूबी यह है कि बिना सरकारी मदद के आगे बढ़ रही हैं। ये कंपनियां इसलिए तरक्की कर रही हैं क्योंकि वे अच्छी हैं। वे दुनिया भर में सर्विसेज दे रही हैं।