Edited By ,Updated: 25 Jan, 2017 03:22 PM
वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का स्टैंड अलोन मुनाफा 38.6 फीसदी बढ़कर 880 करोड़ रुपए हो गया है।
नई दिल्लीः वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का स्टैंड अलोन मुनाफा 38.6 फीसदी बढ़कर 880 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का स्टैंडअलोन मुनाफा 634.7 करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक की स्टैंडअलोन ब्याज आय 16.1 फीसदी बढ़कर 2050 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक की स्टैंडअलोन ब्याज आय 1766.2 करोड़ रुपए रही थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का ग्रॉस एनपीए 2.49 फीसदी से घटकर 2.42 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का नेट एनपीए 1.2 फीसदी से घटकर 1.07 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक की स्टैंडअलोन प्रोविजनिंग 198 करोड़ रुपए से घटकर 192 करोड़ रुपए रही है, जबकि पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक की प्रोविजनिंग 235.2 करोड़ रुपए रही थी। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 4.47 फीसदी से बढ़कर 4.49 फीसदी रहा है।
इंडियन बैंकः मुनाफा 7.7 गुना बढ़ा
वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में इंडियन बैंक का मुनाफा 7.7 गुना बढ़कर 373.5 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में इंडियन बैंक का मुनाफा 48.5 करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में इंडियन बैंक की ब्याज आय 12.2 फीसदी बढ़कर 1,246.6 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में इंडियन बैंक की ब्याज आय 1,111 करोड़ रुपए रही थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडियन बैंक का ग्रॉस एनपीए 7.28 फीसदी से मामूली बढ़कर 7.69 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडियन बैंक का नेट एनपीए 4.62 फीसदी से बढ़कर 4.76 फीसदी रहा है। इंडियन बैंक के एनपीए पर गौर करें तो तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए 9,192 करोड़ रुपए से बढ़कर 9,675 करोड़ रुपए रहा है। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडियन बैंक का नेट एनपीए 5,657 करोड़ रुपए से बढ़कर 5,798 करोड़ रुपए रहा है।