Edited By Pardeep,Updated: 13 Aug, 2018 10:55 PM
लियो पुरी ने यूटीआई म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद पद छोड़ दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय और विदेशी शेयरधारकों के बीच बोर्डरूम संघर्ष की वजह से उनके कार्यकाल विस्तार...
नई दिल्ली: लियो पुरी ने यूटीआई म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद पद छोड़ दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय और विदेशी शेयरधारकों के बीच बोर्डरूम संघर्ष की वजह से उनके कार्यकाल विस्तार को लेकर संदेह बना हुआ था।
कंपनी के कार्यकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि वह मंगलवार से यूटीआई एमएफ के एमडी और सीईओ नहीं रहेंगे। पुरी ने रविवार को कहा था कि वह उस समय तक विस्तार नहीं चाहते हैं जब तक कि बोर्ड में इस पर बहस चलती है। हालांकि, यूटीआई एमएफ की सबसे बड़ी शेयरधारक टी रो प्राइस इंटरनेशनल चाहती थी कि कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम तक पुरी अपने पद पर बने रहें। उसने इस मुद्दे पर बंबई उच्च न्यायालय से भी अपील की थी। इस बीच, बंबई उच्च न्यायालय ने टी रो प्राइस की याचिका पर सुनवाई 28 अगस्त तक टाल दी।
अमेरिकी शेयरधारक ने इस मामले में अधिक समय की मांग की थी, जिसके बाद अदालत ने सुनवाई टालने का फैसला किया। यह विवाद उस समय गहराया था जबकि घरेलू शेयरधारकों ने सेबी से अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए और समय मांगते हुए कहा था कि विदेशी निवेशक को भी ऐसा ही करने का निर्देश दिया जाए। अधिकारियों ने बताया कि नियामक को उनकी यह मांग सही नहीं लगी क्योंकि अमेरिका की टी रो प्राइस की भारत में किसी अन्य म्यूचुअल फंड कंपनी में हिस्सेदारी नहीं है।