Edited By ,Updated: 19 Apr, 2017 11:21 AM
दक्षिण कोरिया की इलैक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली कंपनी एल.जी. भारत को अपने एक्सपोर्ट कारोबार का हब बनाने की योजना बना रही है।
नई दिल्लीः दक्षिण कोरिया की इलैक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली कंपनी एल.जी. भारत को अपने एक्सपोर्ट कारोबार का हब बनाने की योजना बना रही है। कंपनी ऐसे समय में भारत के साथ अपने देश के अच्छे संबंधों का फायदा उठाना चाहती है जबकि चीन के साथ उसका कारोबार घट रहा है। माना जा रहा है कि दक्षिण कोरिया और चीन में बढ़ते तनाव के बीच कंपनी ने यह फैसला किया है जिसका सीधा फायदा भारत को होगा।
एक्सपोर्ट हब बनाने की यह है असली वजह
एल.जी. की भारत में दो मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां हैं। कंपनी पश्चिमी एशिया और अफ्रीका के पूर्वी तट के देशों को निर्यात करती है। कंपनी ने पिछले साल कंपनी ने करीब 22,000 करोड़ रुपए का कुल कारोबार किया था। इसका दस प्रतिशत निर्यात से आया था। एल.जी. इलैक्ट्रॉनिक्स इंडिया के प्रबंध निदेशक की वान किम के अनुसार भारत को निर्यात केंद्र बनाने की एक बड़ी वजह चीन और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ता तनाव है।
दक्षिण कोरिया-भारत के बीच अच्छे संबंध
किम ने कहा, 'दक्षिण कोरिया और भारत के बीच संबंध बेहतर हुए हैं। सभी कोरियाई कंपनियों ने भारत को न सिर्फ भारत बल्कि अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक रणनीतिक और महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग आधार के तौर पर देखना शुरू किया है।' भारत से अन्य वैश्विक बाजारों में निर्यात करने के सवाल पर किम ने सकारात्मक जवाब दिया। पहले ऐसे बाजारों को एल.जी. चीन से निर्यात कर रही थी, लेकिन अब इसमें धीरे-धीरे कमी आ रही है। उन्होंने कहा, 'हम पहले ही नोएडा और पुणे से पश्चिमी एशिया विशेषकर सउदी और ईरान को और अफ्रीकी देशों (पूर्वी तट पर स्थित) को निर्यात कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत को एक निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने के पीछे एक और महत्वपूर्ण कारण आर्थिक रूप से भारत को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनना है। साथ ही जी.एस.टी. लागू होने से अधिक सुरक्षित और पारदर्शी कर व्यवस्था सामने आएगी।