Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Sep, 2019 06:52 PM
घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। पहले केंद्र सरकार की नीतियों का असर बाजार में गिरावट के तौर पर देखने को मिल रहा था, अब कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बाद एक बार फिर बिकवाली का दौर देखने को मिल रहा है।
बिजनेस डेस्कः घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। पहले केंद्र सरकार की नीतियों का असर बाजार में गिरावट के तौर पर देखने को मिल रहा था, अब कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बाद एक बार फिर बिकवाली का दौर देखने को मिल रहा है। बिकवाली का आलम यह है कि घरेलू शेयर बाजार ने साल 2019 की पूरी बढ़त को गवां दिया है। कई महीनों से बाजार में इस बिकवाली का असर कई कंपनियों पर भी पड़ रहा है।
बीते ढाई महीने में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को शेयर बाजार में निवेश से करीब 57,000 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है। दरअसल, एलआईसी ने जिन कंपनियों में निवेश किया था, उन कंपनियों के मार्केट वैल्यू में करीब 81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
इस प्रकार चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ही देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी को 57,000 करोड़ रुपए का झटका लग चुका है। LIC ने सबसे अधिक निवेश FMCG सेक्टर की कंपनी ITC में किया था। इसके बाद LIC ने SBI, ONGC, L&T, कोल इंडिया, NTPC, इंडियन ऑयल और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) में किया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून तिमाही के अंत तक शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों में LIC का निवेश मूल्य कुल 5.43 लाख करोड़ रुपए का था। बीते ढाई माह में यह घटकर 4.86 लाख करोड़ रुपए का रह गया है। इस प्रकार देखें तो बीते ढाई माह में LIC ने जिन कंपनियों में निवेश किया था, उन्हें करीब 57,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
हाल ही में जारी भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2019 तक एलआईसी का कुल निवेश 26.6 लाख करोड़ रुपए का था। इसमें से 22.6 लाख करोड़ रुपए का निवेश पब्लिक सेक्टर की कंपनियों में है। केवल 4 लाख करोड़ रुपए का निवेश ही निजी क्षेत्र की कंपनियों में किया गया था।