Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Feb, 2022 10:04 AM
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) घरेलू बाजार में सर्वाधिक 64.1 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ही इक्विटी पर सर्वाधिक 82 फीसदी का रिटर्न देने वाली अपने क्षेत्र में दुनिया की सबसे अग्रणी कंपनी है। एलआईसी की 2020 में घरेलू बाजार...
मुंबईः सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) घरेलू बाजार में सर्वाधिक 64.1 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ही इक्विटी पर सर्वाधिक 82 फीसदी का रिटर्न देने वाली अपने क्षेत्र में दुनिया की सबसे अग्रणी कंपनी है। एलआईसी की 2020 में घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 64.1 फीसदी से अधिक थी। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी जीवन बीमा प्रीमियम के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
क्रिसिल ने नवंबर 2021 में तैयार अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। यह रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 2000 से पहले के दौर में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 100 फीसदी थी जो धीरे-धीरे घटकर 2016 में 71.8 फीसदी पर आ गई। 2020 में एलआईसी की बाजार में हिस्सेदारी और कम होकर 64.1 फीसदी रह गई। देश में दूसरी सबसे बड़ी जीवन बीमाकर्ता कंपनी एसबीआई लाइफ की 2016 में बाजार में हिस्सेदारी सिर्फ पांच फीसदी और 2020 में आठ फीसदी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक सकल लिखित प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) की 64.1 फीसदी या 56.045 अरब डॉलर के साथ बाजार में एलआईसी जितनी हिस्सेदारी विश्वभर में किसी और कंपनी की नहीं है। मार्च 2021 तक एलआईसी से 13.5 लाख एजेंट जुड़े थे, जो देश में कुल एजेंट नेटवर्क का 55 फीसदी और दूसरे सबसे बड़े जीवन बीमाकर्ता एसबीआई लाइफ के मुकाबले 7.2 गुना अधिक है।
दुनिया में कहीं पर भी बाजार हिस्सेदारी के मामले में पहले स्थान पर आने वाले कंपनी और दूसरे स्थान पर आने वाली कंपनी के बीच इतना अंतर नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में एसबीआई लाइफ की बाजार हिस्सेदारी सिर्फ आठ फीसदी थी वहीं एलआईसी की 64.1 फीसदी। हालांकि, मुनाफे की बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में महज 40.6 करोड़ रुपए की शुद्ध आय के साथ एलआईसी काफी पीछे है।