Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Dec, 2019 11:25 AM
जीवन बीमा कंपनियां क्षेत्र में स्वत: मंजूर मार्ग से 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चाहती हैं। इससे क्षेत्र 40,000 से 60,000 करोड़ रुपए की पूंजी आकर्षित कर सकता है। भारत को 2015 से निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनियों में 30,000 करोड़ रुपए...
नई दिल्लीः जीवन बीमा कंपनियां क्षेत्र में स्वत: मंजूर मार्ग से 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चाहती हैं। इससे क्षेत्र 40,000 से 60,000 करोड़ रुपए की पूंजी आकर्षित कर सकता है। भारत को 2015 से निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनियों में 30,000 करोड़ रुपए का विदेशी निवेश मिला है। उस समय सरकार ने एफडीआई की सीमा को 26 से बढ़ाकर 49 प्रतिशत किया गया था।
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के समक्ष जीवन बीमा कंपनियों की ओर से किए गए विस्तृत प्रस्तुतीकरण में इन कंपनियों ने क्षेत्र में एफडीआई सीमा को 100 प्रतिशत करने की वकालत की है। स्वत: मंजूर मार्ग से निवेश में सरकार से पूर्व अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती।