Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Mar, 2020 12:47 PM
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जो अब 347 के पार पहुंच चुके हैं। इसे और फैलने से रोकने के लिए पूरी दुनिया कुछ न कुछ योगदान दे रही है। सरकारें लोगों से अपील कर रही है कि जितना हो सके उतना घर पर रहें।
बिजनेस डेस्कः भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जो अब 347 के पार पहुंच चुके हैं। इसे और फैलने से रोकने के लिए पूरी दुनिया कुछ न कुछ योगदान दे रही है। सरकारें लोगों से अपील कर रही है कि जितना हो सके उतना घर पर रहें। इसके साथ ही बार-बार हाथ धोने की अपील की जा रही है ताकि वायरस उन्हें छू न सके।
सैनिटाइजरों और मास्क का इस्तेामल करने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में सैनिटाइजर और मास्क की मांग काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से कई कंपनियों ने थोड़े समय के लिए अपना बिजनेस ही बदल लिया है।
सैनिटाइजरों की मांग में तेजी से बढ़ोतरी को देखते हुए यूरोप में शराब बनाने वाली कंपनियां अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में सैनिटाइजर बनाने का काम कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) द्वारा लोगों को परामर्श दिया गया है कि वे इस वायरस से बचने के लिए नियमित तौर पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। यह इसी का नतीजा है कि कंपनियां बाजार में सैनिटाइजर की सप्लाई सुनिश्चित करने में जुट गई हैं।
एक कंपनी ने बुधवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि वह स्कॉटलैंड स्थित अपने शराबखाने में अब सैनिटाइजरों का उत्पादन करने जा रही है। कंपनी ने कहा कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। यह माहौल साफ रखने का समय है।
एक और कंपनी ने ट्वीट किया कि हमने शराब का उत्पादन बंद कर दिया है। इसकी बजाय स्थानीय लोगों की जरूरतों तो पूरा करने के लिए उच्च क्षमता वाले सैनिटाइजर का उत्पादन कर रहे हैं। कंपनियों के ये कदम कोरोना के इस प्रकोप के बीच काफी पॉजिटिव हैं।