Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 12:32 PM
इस बार दिवाली पर जी.एस.टी और नोटबंदी को असर दिख रहा।
नई दिल्लीः इस बार दिवाली पर जी.एस.टी और नोटबंदी को असर दिख रहा। सरकारा द्वारा लागू हुए इन 2 फैसलों ने व्यापारियों की मुश्किल बढ़ाई ही है पर साथ में आम लोगों को इससे काफी नुक्सानो हो रहा है। व्यापारियों द्वारा अपने ग्राहकों के लुभाने के लिए कही तरह के गिफ्ट आदि दिए जाते थे पर इस वर्ष लकी ड्रॉ, गिफ्ट हैंपर और बंपर डिस्काउंट जैसे ऑफर लगभग फीके ही लग रहे।
पिछले साल ग्राहकों को लकी ड्रॉ के जरिए लग्जरी कार, आईफोन और एलईडी टीवी ऑफर किए गए थे लेकिन जीएसटी रिजीम ने भी कई चीजें बदली हैं। अगर लाख डेढ़ लाख रुपए की जूलरी खरीदने वाले किसी लकी ग्राहक को हमें 10 लाख की कार देनी पड़े तो एक तो हमें इनपुट क्रेडिट नहीं मिलेगा और ऊपर से गाड़ी पर सेस के साथ टैक्स रेट 28 से 40 पर्सेंट तक होगा। हाल तक शर्तें लागू टैग के तहत गाड़ी पर कम से कम वैट की रकम ग्राहकों से मांग ली जाती थी, लेकिन कई बार ग्राहक वो भी नहीं देना चाहते।'
धनतेरस के एक हफ्ते पहले से ही जूलर्स के पास एडवांस ऑर्डर आने लगते हैं, लेकिन इस बार इसमें 30-40% कमी बताई जा रही है। करोलबाग जूलर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी राकेश सर्राफ कहते हैं कि नोटबंदी के बाद से लोगों के पास कैश नहीं है और कई वजहों से खरीद क्षमता घटी है। पिछले साल की तुलना में कारोबार आधा रह गया है। वहीं, व्यापार संगठन कैट के जूलर्स विंग के मेंबर एस के जैन बताते हैं कि सोने की कीमतें लगभग स्थिर होने के चलते निवेश के लिहाज से खरीदारी करने वाले आगे नहीं आ रहे और पैसा शेयर या दूसरे जरियों में लगा रहे हैं। इस वजह से भी इस साल खरीदारी फीकी है।