Edited By Supreet Kaur,Updated: 17 Sep, 2018 02:21 PM
वर्ष 2025 तक कार्यस्थलों के आधे से अधिक कार्य मशीनों द्वारा किए जाने लगेंगे। हालांकि रोबोट क्रांति से अगले पांच साल में 5.8 करोड़ नई नौकरियां भी सृजित होंगी। एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है। विश्व आर्थिक मंच के एक नए शोध ‘दी फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2018’...
नई दिल्लीः वर्ष 2025 तक कार्यस्थलों के आधे से अधिक कार्य मशीनों द्वारा किए जाने लगेंगे। हालांकि रोबोट क्रांति से अगले पांच साल में 5.8 करोड़ नई नौकरियां भी सृजित होंगी। एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है। विश्व आर्थिक मंच के एक नए शोध ‘दी फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2018’ के अनुसार, स्वचालन तथा रोबोटों को अपनाने से मनुष्यों के काम करने के तरीके में भारी बदलाव आएगा। हालांकि रोजगारों की कुल संख्या के बारे में परिदृश्य सकारात्मक ही है।
सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों ने कहा कि अभी कुल कार्य का 71 प्रतिशत मनुष्य करते हैं जबकि 29 प्रतिशत मशीनें। वर्ष 2022 में मनुष्यों की हिस्सेदारी कम होकर 58 प्रतिशत पर आ जाएगी तथा मशीनों द्वारा 42 प्रतिशत कार्य किया जाने लगेगा। वर्ष 2025 तक मशीन 52 प्रतिशत कार्य करने लगेंगी। विश्व आर्थिक मंच ने कहा कि नौकरियों के अवसरों में सकारात्मक वृद्धि का अनुमान है और इससे नई भूमिकाओं की गुणवत्ता, स्थान, स्वरूप और स्थायित्व में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा।