Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jun, 2018 06:58 PM
महाराष्ट्र सरकार ने आज स्टार्टअप कंपनियों की मदद के लिए एक ‘सैंडबॉक्स’ योजना की शुरूआत की जिसमें वित्तीय क्षेत्र की प्रौद्योगिकी से जुड़़े नए-नए विचारों को ठोस रूप देने के काम को प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुंबईः महाराष्ट्र सरकार ने आज स्टार्टअप कंपनियों की मदद के लिए एक ‘सैंडबॉक्स’ योजना की शुरूआत की जिसमें वित्तीय क्षेत्र की प्रौद्योगिकी से जुड़़े नए-नए विचारों को ठोस रूप देने के काम को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसका उद्देश्य देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) का प्रमुख केंद्र बनाना है।
क्या है सैंडबॉक्स का अर्थ
सैंडबॉक्स का अर्थ एक ऐसी सुरक्षित जगह से है जहां वित्तीय क्षेत्र में काम आ सकने वाले नवोन्मेषी विचारों (सॉफ्टवेयरों) का परीक्षण किया जा सकता है। इसके लिए कुछ चुनिंदा ग्राहकों को नए उत्पादों तक पहुंच मुहैया कराई जाती है। मुंबई फिनटेक उत्सव का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री देवंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य है जिसके पास एक स्पष्ट फिनटेक नीति है। इतना ही नहीं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में एक प्रतिबद्ध ‘फिनटेक अधिकारी’ को नियुक्त करने पर भी वह विचार कर रहा है।
सभी स्टार्टअप कंपनियां करा सकती हैं पंजीकरण
राज्य के प्रधान सचिव (सूचना प्रौद्योगिकी) एस.वी.आर.श्रीनिवास ने कहा, ‘‘यह सैंडबॉक्स आज खुलेगा। इसमें सभी स्टार्टअप कंपनियों का स्वागत है। वे अपना पंजीकरण करा सकती हैं, अपने एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) को खोल सकती हैं और बैंक का उपयोग कर सकती हैं।’’
गौरतलब है कि फरवरी में अपनी एक रिपोर्ट में भारतीय रिजर्व बैंक की एक समिति ने देश में वित्तीय प्रौद्योगिकी नवोन्मेषों के लिए ‘नियामकीय सैंडबॉक्स’ शुरू किए जाने की सिफारिश की थी। श्रीनिवास ने बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से राज्य में स्टार्टअप कंपनियों की मदद करने के लिए उनके एपीआई को खोलने का आह्वान किया। सरकार एक वर्चुअल फिनटेक रजिस्ट्री भी शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्य महाराष्ट्र सरकार के साथ साझेदारी करने पर भी विचार कर रहे हैं।