Edited By PTI News Agency,Updated: 06 Apr, 2020 03:36 PM
पोत परिवहन मंत्रालय के अधीन आने वाले लोक उपक्रमों और बड़े बंदरगाहों ने कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार के अभियान में मदद के लिये पीएम-केयर्स फंड (प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष) में 52 करोड़ रुपये का योगदान किया है।
नई दिल्ली: पोत परिवहन मंत्रालय के अधीन आने वाले लोक उपक्रमों और बड़े बंदरगाहों ने कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार के अभियान में मदद के लिये पीएम-केयर्स फंड (प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष) में 52 करोड़ रुपये का योगदान किया है।
देश में 12 बड़े बंदरगाह हैं। ये बंदरगाह...दीनदयाल (पूर्व में कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मुड़गांव, न्यू मैंगलोर, कोचीन, चेन्नर्द, कामराज (पूर्व में एन्नोर), वीओ चिंदबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया समेत)...हैं। पोत परिवहन मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘पोत परिवहन मंत्रालय के अधीन आने वाले सभी उपक्रमों और बंदरगाहों ने पीएम-केयर्स फंड में 52 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। यह राशि कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत दी गयी है...।’
उक्त 12 बड़े बंदरगाहों के अलावा पोत परिवहन मंत्रालय के जिन उपक्रमों ने पीएम-केयर्स फंड में योगदान दिया है, उसमें कोचीन शिपयार्ड लि. ने 2.5 करोड़ रुपये, ड्रेजिंग कॉरपोरेशन और डीजीएलएल (दीप स्तंभ और दीप पोत महानिदेशालय) ने एक-एक करोड़ रुपये, अईपीआरसीएल (इंडियन पोर्ट रेल कॉरपोरेशन) ने 0.5 करोड़ रुपये, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 0.37 करोड़ रुपये और एसडीसीएल (सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लि.) ने 0.094 करोड़ रुपये का योगदान दिया।