Edited By Supreet Kaur,Updated: 03 Sep, 2018 02:27 PM
देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में अगस्त में लगातार दूसरे महीने कमी देखी गई है। इसकी प्रमुख वजह नए ऑर्डरों का घटना और उत्पादन कम होना है। विनिर्माण कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किए जाने वाले मासिक सर्वेक्षण की सोमवार को जारी एक...
नई दिल्लीः देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में अगस्त में लगातार दूसरे महीने कमी देखी गई है। इसकी प्रमुख वजह नए ऑर्डरों का घटना और उत्पादन कम होना है। विनिर्माण कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किए जाने वाले मासिक सर्वेक्षण की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
निक्की इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अगस्त में घटकर 51.7 अंक रहा जबकि जुलाई में यह 52.3 अंक था। हालांकि यह लगातार 13वां महीना है जब पीएमआई 50 अंक से ऊपर रहा है। पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना कारोबार या गतिविधियों में विस्तार और 50 अंक से नीचे रहना संकुचन को दर्शाता है। आईएचएस मार्किट में मुख्य अर्थशास्त्री और इस रिपोर्ट की लेखक आशना डोढिया ने कहा, ‘‘अगस्त के आंकड़े देश के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि में गिरावट को दर्शाते हैं। यह कम उत्पादन और नए ऑर्डरों की कमी को दिखाते हैं।’’