अक्तूबर में विनिर्माण गतिविधियां सुस्ती पड़ीं, PMI घटा

Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 12:16 PM

manufacturing activities slow down  pmi slips in october

देश में अक्तूबर में विनिर्माण गतिविधियों में कुछ सुस्ती देखने को मिली है। एक मासिक सर्वे के अनुसार, मुख्य रूप से माल एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के नकारात्मक प्रभाव की वजह से मांग घटने से नए आर्डरों में कमी आई। निक्की इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक...

नई दिल्लीः देश में अक्तूबर में विनिर्माण गतिविधियों में कुछ सुस्ती देखने को मिली है। एक मासिक सर्वे के अनुसार, मुख्य रूप से माल एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के नकारात्मक प्रभाव की वजह से मांग घटने से नए आर्डरों में कमी आई। निक्की इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पी.एम.आई.) अक्तूबर में घटकर 50.3 पर आ गया, जो सितंबर में 51.2 पर था। हालांकि यह लगातार तीसरा महीना रहा है जबकि पी.एम.आई. 50 से ऊपर रहा है। इसके 50 से ऊपर होने का आशय वृद्धि से और नीचे होने का संकुचन से है। इसमें कहा गया है कि विनिर्माण गतिविधियों की वृद्धि में कमी की मुख्य वजह जी.एस.टी. के नकारात्मक प्रभाव की वजह से मांग पर असर है। यही नहीं सितंबर, 2013 के बाद से नए निर्यात आर्डरों में सबसे तेज गिरावट भी देखने को मिली है।

जानकारी के मुताबिक हाल में चले आ रहे वृद्धि के सिलसिले के बीच विनिर्माण उत्पादन की वृद्धि दर अक्तूबर में सबसे कम बढ़ी है। दोधिया ने कहा कि जी.एस.टी. के नकारात्मक प्रभाव की वजह से नए आर्डर घटे हैं और मांग का स्तर भी कम हुआ है। यही नहीं विदेशी बाजारों में भारतीय उत्पादों की मांग सितंबर, 2013 के बाद सबसे कम रही है। हालांकि, एक सकारात्मक पहलू भी सामने आया है। कंपनियों ने सितंबर की तरह अक्तूबर में भी नई भर्तियां की हैं। जहां तक लागत की बात है तो मई के बाद लागत का दबाव सबसे अधिक रहा है। इसकी वजह से कंपनियों ने बढ़ी कीमत का बोझ ग्राहकों पर डाला है। इसके अलावा कारोबारी भरोसा भी फरवरी के बाद सबसे निचले स्तर पर रहा है। अक्तूबर के विनिर्माण पी.एम.आई. आंकड़े कारोबार सुगमता पर विश्व बैंक की रैंकिंग के उलट हैं। कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत 30 अंक की छलांग के साथ 100वें स्थान पर आ गया है।      

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