Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jul, 2019 03:25 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए महिलाओं के लिए अलग से ऐलान किए हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि महिलाओं के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है।
बिजनेस डेस्कः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'नारी तू नारायणी' को सरकार का नया नारा बताते हुए महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूती देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के उद्धरण का भी जिक्र किया और कहा कि एक पंख के बिना कोई चिड़िया उड़ नहीं सकती। सीतारमण ने अपने पहले बजट में महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने महिला शक्तिकरण पर दोर देते हुए कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में उनकी भूमिका अहम रही। हालांकि अतिरिक्त टैक्स में कामकाजी महिलाओं को कोई खासी राहत नहीं दी गई है।
महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं
- मुद्रा योजना से स्वयं सहायता समूह में शामिल प्रत्येक महिला को एक लाख रुपए तक के लोन की घोषणा। महिलाओं को जनधन खाते में 5 हजार तक के ओवरड्राफ्ट की अनुमति।
- सभी जिलों में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के विस्तार का प्रस्ताव। प्रत्येक एसएचजी से एक महिला को मुद्रा योजना के तहत 1 लाख रुपए तक का कर्ज मिलेगा।
- स्टैंड अप इंडिया स्कीम के तहत महिलाओं, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग की महिला उद्यमियों को लाभ दिया जाएगा. इसके अलावा स्टार्टअप के लिए टीवी चैनल पर प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे।
- मोदी सरकार ने सोने पर शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ेगा।
महिलाओं को क्या फायदा होगा
2014 में मोदी सरकार आने के बाद से ही जनधन योजना के तहत बैंक खाते खुलवाने का काम किया गया है। जिस महिला का जनधन खाता है, अगर उसके खाते में एक भी पैसा न हो तब भी वो उससे पैसे निकाल सकती है। अब तक महिलाएं अपने जनधन खाते से सिर्फ 2 हजार रुपए ही निकाल सकती थीं, जिसे बढ़ाकर अब 5 हजार रुपए कर दिया गया है। इसे ही ओवरड्राफ्ट की सुविधा कहा जाता है।