Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Oct, 2018 01:43 PM
घाटे से जूझ रही एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के प्रबंधन ने कई कर्मचारियों को दिवाली से पहले बहुत बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने इन सबको पिंक स्लिप थमा दी हैं और साथ ही इस महीने के बाद से काम पर आने के लिए मना कर दिया है।
नई दिल्लीः घाटे से जूझ रही एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के प्रबंधन ने कई कर्मचारियों को दिवाली से पहले बहुत बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने इन सबको पिंक स्लिप थमा दी हैं और साथ ही इस महीने के बाद से काम पर आने के लिए मना कर दिया है। इंजीनियरिंग, सुरक्षा और सेल्स में कार्यरत करीब 15 लोगों को कंपनी ने बिना नोटिस दिए निकलने के लिए कह दिया है। यह लोग मैनेजर या फिर जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
खड़े किए आठ विमान
कंपनी ने इसके अलावा खर्चों में कटौती करने के लिए अपने आठ विमानों को फिलहाल परिचालन से हटा लिया है। यह विमान फिलहाल चेन्नई और मुंबई एयरपोर्ट पर खड़े हैं। जिन विमानों को कंपनी ने खड़ा कर दिया है उनमें एयरबस ए330, बोइंग 777, दो बोइंग 737 और तीन एटीआर शामिल हैं। इनमें से कई विमानों से इंजन को भी निकाल लिया गया है, जिससे लगता है कि यह 6 महीने से ज्यादा समय के लिए खड़े रहेंगे।
16 हजार कर्मचारी
जेट एयरवेज में फिलहाल 16 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। फिलहाल 100 लोगों की सूची तैयार की गई है। 40 लोगों को कंपनी ने अगस्त में बाहर का रास्ता दिखा दिया था। फिलहाल जेट एयरवेज के पास 124 प्लेन हैं। कंपनी पर कर्मचारियों की सैलरी पर होने वाला खर्च पिछले पांच सालों में 53 फीसदी से अधिक बढ़ चुका है।
समय पर नहीं मिल रही है सैलरी
इन संकटों के बीच कर्मचारियों को सैलरी भी समय पर नहीं मिल पा रही है। अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में सैलरी में 20 दिन की देरी देखने को मिली है। कई कर्मचारियों को अक्तूबर में 22 दिन बीतने के बाद भी सैलरी नहीं मिली है।