Edited By ,Updated: 16 Jan, 2017 07:19 PM
आगामी बजट में औषधि, रसायन और पैट्रोरसायन उद्योग में उल्टे कर ढांचे की समस्या को ठीक किए जाने की जरूरत है। रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने यह बात कही है।
नई दिल्ली: आगामी बजट में औषधि, रसायन और पैट्रोरसायन उद्योग में उल्टे कर ढांचे की समस्या को ठीक किए जाने की जरूरत है। रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने यह बात कही है। दवा उद्योग के साथ-साथ रसायन उद्योग भी कच्चे माल पर आयात शुल्क कम करने की मांग करते रहे हैं ताकि इस घरेलू उद्योग को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।
अनंत कुमार से जब उनके मंत्रालय की बजट मांगों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘प्रस्ताव यही दिया गया है कि औषधि, रसायन और पैट्रोरसायन उद्योग में उल्टे कर ढांचे को ठीक किया जाना चाहिए।’’ उल्टे कर ढांचे में तैयार माल पर कच्चे माल के मुकाबले आयात शुल्क ऊंचा रखा जाता है यानी कच्चे माल पर आयात शुल्क ऊंचा होता है जबकि तैयार माल पर शुल्क कम रहता है। पिछले साल सितंबर में चिकित्सा उपकरण उद्योग ने सरकार से संबंधित उपकरणों के कर ढांचे को तर्कसंगत बनाने की मांग की थी। इसमें कहा गया था कि कच्चे माल पर आयात शुल्क कम रखा जाना चाहिए या फिर तैयार माल पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया जाना चाहिए।
कुमार ने इससे पहले कहा था कि सरकार ने तैयार माल पर आयात शुल्क धीरे-धीरे बढ़ाकर 11-12 प्रतिशत कर दिया है।