Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Apr, 2021 01:56 PM
वित्त वर्ष 2020-21 में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 9.45 लाख करोड़ रुपए रहा, जो बजट में संशोधित अनुमान से पांच प्रतिशत अधिक है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष पी सी मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आयकर विभाग ने वित्त वर्ष
बिजनेस डेस्कः कोविड-19 से प्रभावित होने के बावजूद वित्त वर्ष 2020-21 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन से सरकार को ज्यादा कमाई हुई है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के चीफ पीसी मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 9.45 लाख करोड़ रुपए मिले हैं। यह बजट में रिवाइज किए गए अनुमान से 5% ज्यादा है। आपको बता दें कि इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स से मिलने वाली राशि को डायरेक्ट टैक्स कहा जाता है।
इनकम टैक्स से 4.71 लाख करोड़ रुपए मिले
पीसी मोदी ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में इनकम टैक्स विभाग ने पर्याप्त मात्रा में रिफंड जारी किया है। इसके बावजूद बजट में रिवाइज किए गए अनुमान से ज्यादा टैक्स कलेक्शन रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में कॉरपोरेट टैक्स से सरकार को 4.57 लाख करोड़ रुपए मिले हैं। वहीं पर्सनल इनकम टैक्स के जरिए नेट टैक्स कलेक्शन 4.71 लाख करोड़ रुपए रहा है। सिक्युरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (SIT) के रूप में 16,927 करोड़ रुपए मिले हैं।
1 फरवरी 2021 को पेश किए गए केंद्रीय बजट में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के अनुमान को रिवाइज करके 9.05 लाख करोड़ रुपए किया गया था। पीसी मोदी ने कहा कि रिवाइज बजट अनुमान के मुकाबले पिछले साल 5% ज्यादा टैक्स कलेक्शन रहा है। हालांकि, यह वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले 10% कम रहा है। मोदी ने कहा कि पिछले साल टैक्सपेयर्स के लिए टैक्स से जुड़ी सेवाओं को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए गए थे। इसका असर पिछले साल के टैक्स कलेक्शन में भी दिख रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि चालू वित्त वर्ष में भी टैक्स कलेक्शन में यह तेजी बनी रहेगी।