Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Jul, 2020 05:35 PM
भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने आज कहा कि टेलिकॉम इंडस्ट्री पर टैक्स का बोझ बहुत ज्यादा है जिसे कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार को टेलिकॉम सेक्टर को अपना खजाना भरने के संसाधन के रूप में नहीं देखना चाहिए
नई दिल्लीः भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने आज कहा कि टेलिकॉम इंडस्ट्री पर टैक्स का बोझ बहुत ज्यादा है जिसे कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार को टेलिकॉम सेक्टर को अपना खजाना भरने के संसाधन के रूप में नहीं देखना चाहिए बल्कि इकनॉमिक मोमेंटम सुनिश्चित करने के लिए इसे फोर्स मल्टीप्लायर के रूप में देखना चाहिए।
मित्तल ने कहा, 'इस इंडस्ट्री में टैक्स बहुत ज्यादा है। जरूरी है कि इसकी व्यापक समीक्षा की जाए। टेलिकॉम इंडस्ट्री को फोर्स मल्टीप्लायर के रूप में देखना चाहिए और इस शानदार इंडस्ट्री के दम पर फलने फूलने वाली दूसरी इंडस्ट्रीज से सरकार कमाई कर सकती है।' उन्होंने कहा कि कहा कि टेलिकॉम इंडस्ट्री उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरी है और उस लेवी और करों के मामले में उचित ध्यान दिया जाना चाहिए।
140 देशों की GDP से ज्यादा इन 10 कंपनियों की कमाई
देश में माोबाइल टेलीफोन की 25वीं वर्षगांठ पर सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और आईएमसी स्टूडियो द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मित्तल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत टेलिकॉम इंडस्ट्री को साफ संकेत दिया है कि टेलीकॉम नेटवर्क्स, मोबाइल डेवाइसेज और सॉफ्टवेयर के लिए भारत में ज्यादा वैल्यू एडीशन होना चाहिए।
एयरटेल का रिजल्ट
भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 15,933 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। यह बड़ा घाटा मुख्यत: सांविधिक बकाए के लिए प्रावधान की वजह से हुआ। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 2,866 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। जून तिमाही के दौरान एयरटेल की आय 15.4 फीसदी बढ़कर 23,939 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।