सीमावर्ती गांवों तक मोबाइल संचार पहुंचाने का काम जारी: प्रसाद

Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Aug, 2020 11:19 AM

mobile communication to border villages continues prasad

देश के सुदूर और सीमावर्ती 354 गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए 337 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम जारी है। इसमें जम्मू-कश्मीर, लद्दाख एवं अन्य क्षेत्रों के कई गांव शामिल हैं। दूरसंचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि...

नई दिल्ली: देश के सुदूर और सीमावर्ती 354 गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए 337 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम जारी है। इसमें जम्मू-कश्मीर, लद्दाख एवं अन्य क्षेत्रों के कई गांव शामिल हैं। दूरसंचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यह बात कही।

PunjabKesari
कोई भी गांव नहीं बचेगा जहां मोबाइल कनेक्टिविटी ना हो
प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि बिना नेटवर्क वाले गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए 337 करोड़ रुपये की एक परियोजना पर काम चल रहा है। इसमें जम्मू-कश्मीर के 87 गांव शामिल है। परियोजना पूरी हो जाने पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में एक भी ऐसा गांव नहीं बचेगा जहां मोबाइल कनेक्टिविटी ना हो। दूरसंचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि परियोजना में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में स्थित 144 गांव शामिल हैं। बाकी गांव बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात राज्य में हैं।

PunjabKesari
जवानों को जल्द मिलेगी सैटेलाइट फोन सुविधा
प्रसाद ने कहा कि सरकार वीसैट (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल) भी लगा रही है ताकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जवानों को सैटेलाइट फोन सेवाएं उपलब्ध करायी जा सकें। इससे वह अपने परिवारों से संपर्क कर सकेंगे।इसके अलावा सेना, सीमा सड़क संगठन, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के 1,347 स्थलों पर ‘डिजिटल सैटेलाइट फोन टर्मिनल’ (डीएसपीटी) भी लगाए जा रहे हैं। इनमें से 183 स्थानों पर इसने अपनी सैटेलाइट फोन सेवा शुरू कर दी हैं।

PunjabKesari
कुल 7,287 गांवों को मिलेगा योजना का लाभ
प्रसाद ने कहा कि दूरसंचार विभाग बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के 24 आकांक्षी जिलों में गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाने पर भी काम कर रहा है। छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और आंधप्रदेश के 44 आकांक्षी जिलों में मोबाइल कनेक्टिविटी से दूर कुल 7,287 गांवों को भी इस योजना के तहत नेटवर्क सेवाएं पहुंचायी जाएंगी। दूरसंचार मंत्रालय द्वारा फरवरी में संसद को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया था कि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 27,721 गांव मोबाइल नेटवर्क के दायरे से बाहर हैं।

PunjabKesari
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को शुरू की गयी चेन्नई-अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ऑप्टिकल फाइबर लिंक सेवा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अधिक स्टार्टअप की स्थापना और नवोन्मेष में मदद करेगी। प्रसाद ने कहा पहले हम उपग्रह के माध्यम से 4 गीगाबिट प्रति सेंकेंड की इंटरनेट उपयोग स्पीड वहां भेज रहे थे। अब चेन्नई और पोर्टब्लेयर के बीच यह लिंक शुरू होने से स्पीड बढ़कर 400 गीगाबिट प्रति सेकेंड हो जाएगी। जबकि अन्य द्वीपों के लिए यह स्पीड 200 गीगाबिट प्रति सेकेंड होगी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!