नए साल पर मोदी सरकार गांवों को देने जा रही एक और गिफ्ट, 60 करोड़ LED बल्ब बांटने की तैयारी

Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Dec, 2020 06:16 PM

modi government is going to give another gift to the villages

सार्वजनिक क्षेत्र की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत देश के पांच शहरों के ग्रामीण इलाकों से ग्रामीण उजाला नाम से नया कार्यक्रम शुरू करेगी। ऊर्जा दक्षता को गांवों में

बिजनेस डेस्कः सार्वजनिक क्षेत्र की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत देश के पांच शहरों के ग्रामीण इलाकों से ग्रामीण उजाला नाम से नया कार्यक्रम शुरू करेगी। ऊर्जा दक्षता को गांवों में ले जाने और बिजली बिल में कमी के जरिए वहां रहने वाले लोगों की बचत बढ़ाने के इरादे से यह योजना शुरू की जा रही है।

यह भी पढ़ें- दाल-सब्जी के बाद दूध, चीनी और चायपत्ती के बढ़े दाम, देखें रेट लिस्ट

10-10 रुपए प्रति बल्ब की दर से चार LED बल्ब वितरित 
चरणबद्ध तरीके से लागू की जाने वाली इस योजना के तहत गांवों में प्रति परिवार 10-10 रुपए प्रति बल्ब की दर से तीन से चार एलईडी बल्ब वितरित किए जाएंगे। योजना से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘ग्रामीण उजाला योजना नाम से कार्यक्रम अगले महीने जनवरी 2021 के दूसरे सप्ताह से शुरू किया जा सकता है। इसके तहत लगभग 15 से 20 करोड़ ग्रामीण परिवार के बीच 60 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किए जाने की योजना है।'' सूत्र ने बताया कि योजना चरणबद्ध तरीके से लागू होगी। 

यह भी पढ़ें-  Good News: इस तारीख तक रद्द उड़ानों के यात्रियों को टिकट का पैसा लौटाएगी इंडिगो

शुरू में इसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी (प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र), बिहार के आरा, महाराष्ट्र के नागपुर, गुजरात के वडनगर और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। उसने कहा कि योजना को अगले तीन महीने यानी अप्रैल तक पूरे देश में लागू करने की योजना है। इस योजना के तहत 10 रुपए प्रति एलईडी की दर से 15 से 20 करोड़ परिवार को 3 से 4 बल्ब दिए जाने का लक्ष्य है। 

यह भी पढ़ें- भारत बंदः जानें 8 दिसंबर को क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद

50,000 करोड़ रुपए सालाना होगी बचत
बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले उपक्रम एनटीपीसी, पीएफसी, आरईसी और पावरग्रिड... की संयुक्त उद्यम कंपनी अभी उजाला कार्यक्रम के तहत 70 रुपए प्रति बल्ब की दर से 36.50 करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब का वितरण कर चुकी है लेकिन इसमें से 20 प्रतिशत बल्ब ही ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित हो पाए हैं। ग्रामीण उजाला कार्यक्रम के लाभ के बारे में सूत्र ने कहा, ‘‘इस योजना के लागू होने से करीब 9324 करोड़ यूनिट सालाना बचत होगी जबकि 7.65 करोड़ टन सालाना कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।'' उसने कहा कि इस योजना से ऊर्जा बचत के रूप में करीब 50,000 करोड़ रुपए सालाना बचत का अनुमान है। 

यह भी पढ़ें- शहद को लेकर डाबर और मैरिको ने लगाए एक दूसरे पर आरोप, ASCI को मिली 4 शिकायतें

सूत्र ने कहा, ‘‘इससे जहां लोगों की बिजली बिल के रूप में पैसे की बचत होगी वहीं एक सतत और बेहतर जीवन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही एलईडी बल्ब की मांग बढ़ने से निवेश भी बढ़ेगा।'' उसने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम के लिए केंद्र या राज्यों से कोई सब्सिडी नहीं ली जाएगी और जो भी खर्च होगा, वह ईईएसएल स्वयं करेगी। हम कार्बन ट्रेडिंग के माध्यम से लागत की वसूली करेंगे।'' ईईएसएल ने उजाला कार्यक्रम के अंतर्गत एलईडी बल्ब के अलावा ट्यूबलाइट और ऊर्जा दक्ष पंखों का भी वितरण किया है। इसके प्रमुख कार्यक्रमों में उजाला के अलावा एसएलएनपी (स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम), स्मार्ट मीटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल, ईवी चार्जिंग ढांचागत सुविधा आदि शामिल हैं। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!