मोदी सरकार की नई स्कीम: लाइसैंस लो, बिजली बेचो

Edited By Supreet Kaur,Updated: 10 Sep, 2018 11:27 AM

modi government new scheme take license sell electricity

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार नई स्कीम लांच करने जा रही है। इस स्कीम के तहत लाइसैंस लेकर आप बिजली विक्रेता बन सकते हैं। बिजली मंत्रालय ने इस संबंध में 7 सितम्बर, 2018 को ड्राफ्ट जारी किया है। ड्राफ्ट पर सरकारी मुहर लगते ही बिजली वितरण कंपनी और...

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार नई स्कीम लांच करने जा रही है। इस स्कीम के तहत लाइसैंस लेकर आप बिजली विक्रेता बन सकते हैं। बिजली मंत्रालय ने इस संबंध में 7 सितम्बर, 2018 को ड्राफ्ट जारी किया है। ड्राफ्ट पर सरकारी मुहर लगते ही बिजली वितरण कंपनी और बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनियां अलग-अलग हो जाएंगी। बिजली सप्लाई करने के लिए सिर्फ लाइसैंस की जरूरत होगी।

एक इलाके में होंगे कई बिजली सप्लायर
मोदी सरकार की स्कीम के मुताबिक एक इलाके में कई बिजली सप्लायर होंगे। उन सप्लायर का काम सिर्फ बिजली सप्लाई करने का होगा। बिजली वितरण कंपनियां अलग होंगी जिनका काम आम उपभोक्ताओं के घरों तक बिजली को पहुंचाने के लिए नैटवर्क स्थापित करना होगा। बिजली के सप्लायर नैटवर्क का इस्तेमाल करने के बदले वितरण कंपनियों को चार्ज देंगे। कोई भी सप्लायर किसी भी जगह से बिजली की खरीदारी कर घरों तक बिजली की सप्लाई कर पाएगा।

मान लीजिए अगर किसी बिजली सप्लायर को किसी कंपनी से 2 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है तो वह सप्लायर वहां से बिजली लेकर अपने इलाके में बेच सकता है। बिजली के नैटवर्क के इस्तेमाल के लिए वह वितरण केपनियों को चार्ज देगा। सप्लायर बनने के लिए लाइसैंस देने का काम उस राज्य के बिजली नियामक आयोग करेंगे। कोई भी उपभोक्ता किसी भी बिजली सप्लायर से बिजली लेने के लिए फ्री होगा।

मनमर्जी दाम पर नहीं बेच पाएंगे बिजली
ड्राफ्ट के मुताबिक बिजली सप्लायर मनमर्जी दाम पर बिजली नहीं बेच पाएंगे। उपभोक्ताओं को बिजली बेचने की कीमत की एक सीलिंग होगी। मतलब उस दाम से अधिक कीमत नहीं ली जा सकेगी। राज्य के नियामक आयोग बिजली के अधिकतम मूल्य को तय करेंगे।

बिजली पर सबसिडी डी.बी.टी. स्कीम से
बिजली के संशोधित कानून के लागू होने पर कोई भी राज्य सरकार बिजली सप्लायर के माध्यम से अपने उपभोक्ताओं को बिजली पर सबसिडी नहीं दे पाएगी। डायरैक्ट बैनिफिट ट्रांसफर (डी.बी.टी.) के तहत यानी कि अगर कोई राज्य सरकार किसी खास वर्ग के उपभोक्ता को कम दाम पर बिजली दिलवाना चाहती है तो वह उतनी रकम उस उपभोक्ता के खाते में डाल देगी।


 

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!