Edited By Supreet Kaur,Updated: 08 Nov, 2019 01:12 PM
सरकार ने मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के भारत की रेटिंग का परिदृश्य स्थिर से घटाकर नकारात्मक करने पर शुक्रवार को कड़ी प्रतिक्रिया जताई। वित्त मंत्रालय ने कहा कि अर्थव्यवस्था के बुनियादी कारक मजबूत बने रहेंगे और सरकार की ओर से किए गए उपायों से निवेश में...
नई दिल्लीः सरकार ने मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के भारत की रेटिंग का परिदृश्य स्थिर से घटाकर नकारात्मक करने पर शुक्रवार को कड़ी प्रतिक्रिया जताई। वित्त मंत्रालय ने कहा कि अर्थव्यवस्था के बुनियादी कारक मजबूत बने रहेंगे और सरकार की ओर से किए गए उपायों से निवेश में तेजी आएगी।
मूडीज के रेटिंग परिदृश्य को 'स्थिर' से 'नकारात्मक' करने के बाद वित्त मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत की आपेक्षिक स्थिति स्थिर बनी हुई है। वित्त मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के हालिया विश्व आर्थिक परिदृश्य का हवाला देते हुए कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2019 में 6.1 फीसदी पर रहने का अनुमान है और यह 2020 में बढ़कर सात फीसदी पर पहुंच सकती है। इसमें कहा गया है कि भारत की संभावित वृद्धि दर स्थिर बनी हुई है। आईएमएफ और अन्य बहुपक्षीय संगठनों का भारत को लेकर दृष्टिकोण लगातार सकारात्मक बना हुआ है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने पूरी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए वित्तीय क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में कई उपाय किए हैं। मंत्रालय ने कहा, "वैश्विक सुस्ती से निपटने के लिए सरकार ने खुद आगे बढ़कर नीतिगत फैसले लिए हैं। इन उपायों से भारत को लेकर सकारात्मक रुख बढ़ेगा। साथ ही पूंजी प्रवाह को आकर्षित करने में मदद मिलेगी तथा निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। बयान में कहा गया, "मुद्रास्फीति नियंत्रण में रहने और बॉन्ड प्रतिफल कम रहने से अर्थव्यवस्था के बुनियादी कारक मजबूत बने रहेंगे। भारत अल्प और मध्यम अवधि में वृद्धि की मजबूत संभावनाओं की पेशकश लगातार कर रहा है।"