Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Jul, 2018 11:20 AM
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के नियमन के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक को स्वायत्तता देने और उसकी ‘कम शक्तियों’ पर बातचीत के लिए तैयार है।
मुंबईः वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के नियमन के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक को स्वायत्तता देने और उसकी ‘कम शक्तियों’ पर बातचीत के लिए तैयार है। हाल ही में केंद्रीय बैंक ने इस बात को उठाया था।
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के बाद सरकारी बैंकों पर कड़ी निगरानी रखने में असफल रहने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने हाल ही में कहा था कि सरकारी बैंकों के नियमन के संबंध में रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त अधिकार नहीं हैं। इस मामले में गोयल ने कहा, ‘‘जहां तक आरबीआई की शक्तियों की बात है, हम इसे देख रहे हैं और यह ऐसा मसला है जिस पर हम आरबीआई के साथ बैठकर चर्चा करेंगे और इसे सुलझाएंगे। सरकार इसे लेकर खुला रुख रखती है।’’
गांधीनगर में 14 मार्च को गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि सरकारी बैंकों में धोखाधड़ी से निपटने के लिए रिजर्व बैंक को और शक्तियों की जरुरत है। उद्योग जगत के एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा, ‘‘सरकारी बैंकों के नियमन को लेकर सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।’’
गोयल ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की सभी 20 सरकारी बैंकों में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी को कम करने की कोई योजना नहीं है। गोयल का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारतीय जीवन बीमा निगम के आईडीबीआई बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की सरकार की योजना का निगम और बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारी संघों ने कड़ा विरोध किया है।