Edited By Supreet Kaur,Updated: 31 Aug, 2019 05:11 PM
जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने और पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की तरफ एक और बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने दस सरकारी बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने का ऐलान किया। मौजूदा समय में इन सभी 10 बैंकों में 308702 कर्मचारी काम कर रहे हैं। इस विलय के बाद...
बिजनेस डेस्कः जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने और 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की तरफ एक और बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने दस सरकारी बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने का ऐलान किया। मौजूदा समय में इन सभी 10 बैंकों में 308702 कर्मचारी काम कर रहे हैं। इस विलय के बाद इन कर्मचारियों पर भी असर पड़ना तय है।
कर्मचारियों पर असर
- विलय के बाद जरूरत के अनुसार कर्मचारियों का ट्रांसफर होगा।
- विलय होने वाले बैंकों के कर्मचारियों का PF खाता बदल जाएगा।
- विलय होने वाले बैंकों के कर्मचारियों का पेंशन खाता बदल जाएगा।
- जिन बैंकों का विलय होगा, उन पर नए बैंक के नियम लागू होंगे।
- क्षेत्रीय आधार पर बैंक कर्मचारियों के अवकाश में बदलाव होगा।
- यदि विलय के बाद नया बैंक अस्तित्व में आता है तो यह सभी बदलाव विलय होने वाले सभी बैंकों के कर्मचारियों पर लागू होंगे।
इन बैंकों का होगा विलय
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों के विलय का ऐलान करते हुए कहा कि यूनाइटेड बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और पंजाब नेशनल बैंक का विलय होगा। दूसरी ओर केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का आपस में विलय होगा। तीसरा बड़ा विलय यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का होगा, जबकि इलाहाबाद बैंक के साथ इंडियन बैंक का विलय होगा।