Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 11:27 AM
पंजाब नेशनल बैंक में 11400 करोड़ रुपए के महाघोटाले के बाद जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अब अनिवासी भारतीय (एनआरआई) भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। खबरों के मुताबिक ईडी ने पिछले दो महीनों में 50 एनआरआई को नोटिस भेजे हैं। इनमें...
नई दिल्लीः पंजाब नेशनल बैंक में 11400 करोड़ रुपए के महाघोटाले के बाद जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अब अनिवासी भारतीय (एनआरआई) भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। खबरों के मुताबिक ईडी ने पिछले दो महीनों में 50 एनआरआई को नोटिस भेजे हैं। इनमें एनआरआईज से पैसे के स्रोत और रेमिटेंस के ऑरिजिन पॉइंट के बारे में पूछा गया है। कुछ मामलों में उन्हें डायरेक्टरेट के किसी अधिकारी के सामने पेश होने को भी कहा गया है।
भेजे गए नोटिस
नोटिस पाने वालों में से कई लोग वर्षों से विदेश में हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने भारत में प्रॉपर्टीज, फिक्स्ड डिपॉजिट्स, शेयरों और अन्य एसेट्स में निवेश किया है। फंड पर नजर रखने के जांच एजेंसियों के कदम से वाकिफ लोगों के मुताबिक, सभी फंड मूवमेंट पाक-साफ नहीं हैं। ईडी के एक अधिकारी ने बताया, 'ये मामले ऐसे हैं, जिनमें कमाई के स्रोत का पता नहीं है, स्वीकृत सीमा से ज्यादा रकम भारत भेजी गई है, पैसा लैंड की ट्रेडिंग में गया है। कुछ मामलों में राउंड ट्रिपिंग का भी शक है।' उन्होंने कहा, 'फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट से मिले अलर्ट के आधार पर हम काम कर रहे हैं।'
क्या है फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट
सरकार की फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट बैंकों और फाइनैंशल इंस्टिट्यूशंस की ओर से दी गई 'संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्ट' से सूचनाएं जुटाती है और उनके आधार पर कदम बढ़ाती है। एनआरआई भारत में फंड मैनेज करने के लिए तीन-चार तरह के बैंक खातों का उपयोग करते हैं। एनआरओ (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी सेविंग्स अकाउंट) एक रुपी अकाउंट होता है, जिसका उपयोग इंटरेस्ट, स्टॉक गेंस, डिविडेंड जैसी अर्निंग्स और प्रॉपर्टी बेचने से मिली रकम रखने में होता है।