Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 02:10 PM
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधान मंत्री आवास योजना (अर्बन)’ के तहत देश में शहरी गरीबों के लिए सबसे ज्यादा घरों का निर्माण गुजरात में हुआ है। इसकी जानकारी आधिकारिक आंकड़े से मिली है। साल 2014-2015 में इस योजना की शुरुआत के बाद से...
नई दिल्लीः केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधान मंत्री आवास योजना (अर्बन)’ के तहत देश में शहरी गरीबों के लिए सबसे ज्यादा घरों का निर्माण गुजरात में हुआ है। इसकी जानकारी आधिकारिक आंकड़े से मिली है। साल 2014-2015 में इस योजना की शुरुआत के बाद से प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में 54,474 घरों का निर्माण हुआ है।
गुजरात में बने सबसे ज्यादा घर
आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बने कुल 2.91 लाख घरों का 18.70 फीसदी निर्माण गुजरात में हुआ है। गुजरात को इन घरों के निर्माण के लिए 1,335 करोड़ रुपए की सहायता मिली। सरकार का लक्ष्य साल 2022 तक इस योजना के तहत शहरी गरीबों के लिए 1.2 करोड़ किफायती घरों के निर्माण का है। सरकार विभिन्न मदों में घर के निर्माण के लिए केंद्रीय सहायता मुहैया कराती है। घरों के निर्माण के मामले में गुजरात के बाद कर्नाटक का स्थान है। कर्नाटक ने साल 2014-15 से अब तक शहरी गरीबों के लिए 33,450 घर बनवाए।
राज्य |
घरों के निर्माण (लाखों में) |
गुजरात |
54,474 |
कर्नाटक |
33,450 |
तमिलनाडु |
32,730 |
मध्य प्रदेश |
27,862 |
झारखंड |
27,308 |
पश्चिम बंगाल |
24,166 |
महाराष्ट्र |
22,699 |
आंध्र प्रदेश |
21,794 |
राजस्थान |
12,274 |
उत्तर प्रदेश |
10,000 |
त्रिपुरा |
5,000 |
दिल्ली |
1,262 |
सिक्किम में सिर्फ 1 घर का निर्माण
आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, ओडिशा, पंजाब, तेलंगाना और उत्तराखंड में 1,000-5,000 घरों का निर्माण हुआ। इस योजना के तहत सिक्किम में अब तक सिर्फ एक घर का निर्माण हुआ है। केंद्र शासित प्रदेश तथा अन्य राज्य अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दमन एवं दीव, गोवा, मेघालय और पुडुचेरी ने इस योजना के तहत 100 से कम घरों बनवाए हैं।