Edited By Supreet Kaur,Updated: 05 Aug, 2019 12:05 PM
आर्थिक रूप से खराब हाल में चल रही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस दिवालिया होने की कगार पर है। खबर है कि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इन्फोकॉम और सुनील मित्तल की भारती एयरटेल के बीच रिलायंस कम्युनिकेशंस की ऐसेट्स के लिए होड़ तेज होने वाली...
बिजनेस डेस्कः आर्थिक रूप से खराब हाल में चल रही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस दिवालिया होने की कगार पर है। खबर है कि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इन्फोकॉम और सुनील मित्तल की भारती एयरटेल के बीच रिलायंस कम्युनिकेशंस की ऐसेट्स के लिए होड़ तेज होने वाली है। दोनों कंपनियों ने इनसॉल्वेंसी प्रोसीडिंग्स के तहत आरकॉम और इसकी दो इकाइयों रिलायंस टेलिकॉम और रिलायंस इन्फ्राटेल में दिलचस्पी दिखाई है।
सूत्रों के अनुसार, 'करीब 10-12 कंपनियों ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) भेजे हैं। इनमें भारती एयरटेल और जियो भी हैं।' भारत की तीन प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों के बीच सबसे खराब वित्तीय हालत वाली वोडाफोन आइडिया ने इन ऐसेट्स के लिए ईओआई नहीं भेजा है। आरकॉम की जिन वायरलेस ऐसेट्स की बिक्री होगी, उनमें बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुंबई, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी-ईस्ट, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और राजस्थान में 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 4जी स्पेक्ट्रम शामिल है। यह जुलाई 2021 में एक्सपायर होगा। इसके अलावा रिलायंस इंफ्राटेल के तहत आने वाले कंपनी के 43000 टेलिकॉम टावरों के साथ कुछ फाइबर और रियल एस्टेट ऐसेट्स भी शामिल हैं।
रिजॉल्यूशन प्रफेशनल डेलॉयट आरकॉम और इसकी इकाइयों के लिए इनसॉल्वेंसी प्रॉसेस चला रहा है। इस प्रॉसेस के जरिए 39 फाइनैंशल लेंडर्स और सैकड़ों ऑपरेशनल क्रेडिटर्स को रीपेमेंट किया जाना है। दिवालिया टेलिकॉम कंपनी पर 46000 करोड़ रुपए का कर्ज है। आरकॉम के फाइनैंशल क्रेडिटर्स ने उस पर करीब 49193 करोड़ रुपए का दावा किया है।