Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Mar, 2020 06:11 PM
आगरा में लॉकडाउन के कारण नगर निगम को झटका लगा है। इस वर्ष 60 करोड़ रुपए हाउस टैक्स जमा कराने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन अब तक 42.50 करोड़ रुपए ही जमा हो पाए हैं।
नई दिल्लीः आगरा में लॉकडाउन के कारण नगर निगम को झटका लगा है। इस वर्ष 60 करोड़ रुपए हाउस टैक्स जमा कराने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन अब तक 42.50 करोड़ रुपए ही जमा हो पाए हैं। अब लॉकडाउन के कारण लोग घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। ऑनलाइन टैक्स कराने की व्यवस्था में भी रुचि नहीं ले रहे हैं।
ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा न होने पर नगर निगम ने तीन महीने पहले एक्सिस बैंक के साथ मिलकर सर्वर आधारित एक नई व्यवस्था शुरू की थी। जिसमें सभी कर निरीक्षकों को एंड्रॉयड बेस्ड सिस्टम के माध्यम से घर-घर जाकर टैक्स जमा कराना था। लॉकडाउन के चलते यह व्यवस्था भी फेल है।
42000 हजार ने ही टैक्स जमा किया
शहर में करीब 42 हजार लोगों ने अब तक हाउस टैक्स जमा किया है, जिनमें 29 हजार लोगों ने कॉमर्शियल टैक्स और बाकी ने घरों का टैक्स जमा किया है। नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक नगर क्षेत्र में 3.20 लाख प्रॉपर्टी दर्ज हैं। इनमें से केवल 42000 के मालिक ही टैक्स भर पाए हैं। इनमें से मात्र 1800 ने ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा किया है।
तीन डस्टबिन फ्री देने पर भी लोग तैयार नहीं
नगर निगम में हाउस टैक्स की इस वर्ष की रसीद दिखाने पर तीन डस्टबिन का सेट देने का एलान किया, लेकिन लोग फिर भी टैक्स जमा करने से बच रहे हैं। नगर निगम ने पहले इनके एवज में 480 रुपए वसूलने का निर्णय लिया।
बाद में कार्यकारिणी की बैठक में मेयर नवीन जैन ने तीनों डस्टबिन के वितरण को निशुल्क करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद भी लोग हाउस टैक्स जमा कर रसीद दिखाने को तैयार नहीं है। पीपल मंडी के अनुराग बंसल, दरेसी के विनय मित्तल आदि ने आशंका जाहिर की है कि निगम अगले बिल में डस्टबिन की कीमत जोड़कर भेज सकता है।