Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jan, 2020 06:19 PM
ऋणपत्रों में मजबूत निवेश और बाजार नियामक सेबी के निवेशकों को जागरूक करने के लिए उठाए गए कदमों से म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में 2019 में 3.15 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
नई दिल्लीः ऋणपत्रों में मजबूत निवेश और बाजार नियामक सेबी के निवेशकों को जागरूक करने के लिए उठाए गए कदमों से म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में 2019 में 3.15 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) दिसंबर अंत में 13 प्रतिशत (3.15 लाख करोड़ रुपए) बढ़कर 26.77 लाख करोड़ रुपए हो गया। साल 2018 के अंत में यह आंकड़ा 23.62 लाख करोड़ रुपए था। म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में वृद्धि 2018 के मुकाबले 7.5 प्रतिशत अधिक रही। हालांकि , 2017 में एयूएम में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस दौरान, उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां 5.4 लाख करोड़ रुपए से अधिक थी।
म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में लगातार सातवें वर्ष वृद्धि दर्ज की गई है। उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां नवंबर 2009 में 8.22 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर नवंबर 2019 में 27 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। पिछले दस सालों में इसमें तीन गुना से ज्यादा वृद्धि हुई है। परिसंपत्तियों के आकार के आधार पर, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड शीर्ष स्थान पर है। उसके प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति 3,82,517 करोड़ रुपए रही। इसके बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ (3,61,506 करोड़ रुपए) और एसबीआई एमएफ (3,52,632 करोड़ रुपए) का स्थान है।