Edited By Isha,Updated: 06 Feb, 2019 12:44 PM
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने पूंजी बाजार में जनवरी माह में 7,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 5,200 करोड़ रुपए की निकासी की। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय इक्विटी बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई)
बिजनेस डेस्कः म्यूचुअल फंड कंपनियों ने पूंजी बाजार में जनवरी माह में 7,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 5,200 करोड़ रुपए की निकासी की। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय इक्विटी बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) की बिकवाली से म्यूचुअल फंड प्रबंधकों को खरीदारी का मौका मिल गया। सेबी और डिपाजिटरी के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कोष प्रबंधकों ने पिछले माह निवल आधार पर कुल 7,160 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि इसके विपरीत एफपीआई ने 5,264 करोड़ रुपए की इक्विटी बाजार में बेची।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कोष प्रबंधकों की ओर से किये जाने वाले निवेश का श्रेय मुख्य तौर पर उन खुदरा निवेशकों को जाता है जो कि नियमित निवेश योजना (एसआईपी) के तहत लगातार निवेश करते रहते हैं। इन कोषों का मानना है कि यह रुख आने वाले महीनों में भी जारी रह सकता है। क्योंकि एसआईपी के जरिए काफी पूंजी शेयर बाजार में आने की उम्मीद है। एसआईपी एक ऐसी योजना है जिसमें खुदरा निवेशक थोड़ी थोड़ी राशि हर महीने डालते रहते हैं। यह राशि साप्ताहिक, मासिक अथवा तिमाही आधार पर भी दी जा सकती है।