Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Jul, 2020 11:30 AM
दूरसंचार एवं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार के नागरिक भागीदारी मंच ‘माईगव’ को राष्ट्रीय प्रतिभा एकीकरण का मंच बनने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माईगव मंच के पास एक ऐसी समर्पित टीम होनी चाहिए
नई दिल्ली: दूरसंचार एवं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार के नागरिक भागीदारी मंच ‘माईगव’ को राष्ट्रीय प्रतिभा एकीकरण का मंच बनने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माईगव मंच के पास एक ऐसी समर्पित टीम होनी चाहिए जो जमीनी स्तर पर लोगों की प्रतिक्रिया पाने और जनता से मिलने वाले नई सोच वाले असाधारण सुझावों को प्राप्त कर उसके पूरे प्रभाव का सृजन करना चाहिये।
प्रसाद ने माईगव की छठी वर्षगांठ पर कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि माईगव राष्ट्रीय प्रतिभा एकीकरण के लिए एक मंच बनेगा। हमें प्रतिभा के नजरिए से एकीकरण के बारे में चर्चा शुरू करनी चाहिए।’ माईगव की शुरुआत 26 जुलाई 2014 हुई थी। मंत्री ने कहा कि मधुबनी चित्रकारों के मास्क बनाने, उत्तर पूर्व में बने बांस के उत्पादों, तमिलनाडु और केरल में हो रहे प्रयोगों और नवाचारों की चर्चा पूरे देश में होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनता की प्रतिक्रिया जमा करने के लिए माईगव को सरकार की नागरिक सेवा आपूर्ति शाखा सीएससी के साथ मिलकर काम करना चाहिए। संचार और आईटी राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि माईगव पर 1.22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं और लोगों ने अब तक इस मंच पर सात लाख से अधिक सुझाव दिए हैं।