Edited By ,Updated: 21 Feb, 2017 01:38 PM
टीसीएस के शेयरधारों को बड़ा गिफ्ट देने के बाद टीसीएस के सीईओ एन चंद्रशेखरन ने आज ...
नई दिल्लीः टीसीएस के शेयरधारों को बड़ा गिफ्ट देने के बाद टीसीएस के सीईओ एन चंद्रशेखरन ने आज से टाटा संस के चेयरमैन का पद संभाल लिया है। टाटा समूह के 150 साल के इतिहास में इस पद के लिए चुने जाने वाले वह पहले गैर-पारसी हैं। सायरस मिस्त्री को पद हटाने के बाद उन्हें 12 जनवरी को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया। अपनी नई जिम्मेदारी संभालने बॉम्बे हाउस पहुंचे चंद्रशेखरन कहा कि यह जिम्मेदारी मेरे लिए सम्मान की बात है। टाटा परिवार का हिस्सा होना मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि वे ग्रुप को साथ लाकर काम करेंगे, बिजनेस और समाज पर छाप छोड़ना उनका उद्देश्य होगा।
इन चुनौतियां का करना होगा सामना
इस पद पर एन चंद्रशेखरन के सामने कई चुनौतियां हैं। बता दें कि टाटा ग्रुप की 18 लिस्टेड कंपनियों पर 2.36 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। सायरस मिस्त्री और नुस्ली वाडिया के साथ कानूनी लड़ाई भी जारी है। टाटा स्टील पर कर्ज और यूरोप में रीस्ट्रक्चरिंग एक बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा टाटा टेली और एनटीटी डोकोमो के बीच विवाद, टाटा मोटर्स का कमजोर घरेलू कारोबार, एएलआर के कारोबार में उतार-चढ़ाव, टीसीएस के पास कैश की भरमार, इंडियन होटल्स का परफॉर्मेंस, टाटा ग्लोबल बेवरेजेज की यूरोप में स्ट्रेस्ड एसेट्स, कंपनियों का पेचीदा क्रॉस होल्डिंग स्ट्रक्चर, टाटा ट्रस्ट और टाटा ग्रुप के बीच रिश्तों में सुधार और बिजनेस से बाहर निकलने या निवेश या ग्रोथ पर फैसला ऐसे मसले हैं जिनसे एन चंद्रशेखरन के निपटना होगा।
सभी मिलकर करेंगे काम
टाटा समूह के मुख्यालय ‘‘बॉम्बे हाउस’’ के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘हम मिलकर अपने कारोबार के सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए काम करेंगे, हम सबसे आगे होंगे, किसी का अनुसरण नहीं करेंगे।’’ चंद्रशेखरन ने नमक से लेकर साफ्टवेयर क्षेत्र में कार्यरत 103 अरब डॉलर के टाटा समूह के चेयरमैन का कार्यभार संभालने के मौके पर उपस्थित संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह जिम्मेदारी संभालना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है। मैं अपनी इस नई भूमिका में आने वाले वर्षों में समूह की सेवा के लिए तैयार हूं, इसके लिए मैं सभी का समर्थन चाहता हूं ताकि हम सभी मिलकर काम कर सकें।’’