Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Jun, 2019 11:30 AM
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से कथित टैक्स चोरी मामले में पूछताछ के लिए इनकम टैक्स (आई.टी.) डिपार्टमैंट ने सम्मन जारी किया है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। ऐसा पहली बार है जब एक प्रवर्तन एजैंसी ने बंद हो चुकी
नई दिल्ली: जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से कथित टैक्स चोरी मामले में पूछताछ के लिए इनकम टैक्स (आई.टी.) डिपार्टमैंट ने सम्मन जारी किया है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। ऐसा पहली बार है जब एक प्रवर्तन एजैंसी ने बंद हो चुकी एयरलाइन में कथित अनियमितताओं के संबंध में गोयल को सम्मन भेजा है।
डिपार्टमैंट की जांच शाखा ने पिछले साल एयरलाइन के मुम्बई स्थित दफ्तरों में सर्च के दौरान दस्तावेज सीज कर दिए थे। यह जांच फरवरी में पूरी हुई और रिपोर्ट को असैसमैंट विंग के पास भेज दिया गया। डिपार्टमैंट के इन्वैस्टीगेशन विंग को जेट एयरवेज और इसकी दुबई स्थित ग्रुप कम्पनियों के बीच लेन-देन में कथित तौर पर अनियमितताएं मिलीं। सूत्रों का कहना है कि इनका उद्देश्य 650 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी करना था। जांच में पाया गया कि एयरलाइन हर साल दुबई में अपने जनरल सेल्स एजैंट को कमीशन का भुगतान करती थी, जो ग्रुप यूनिट का ही एक हिस्सा है। जेट एयरवेज ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है।
संदिग्ध लेन-देन पर मांगा स्पष्टीकरण
इनकम टैक्स एक्ट के तहत जायज बिजनैस ट्रांजैक्शन की तुलना में यह कथित लेन-देन कहीं ज्यादा था। यह स्वीकार्य खर्चों के अतिरिक्त और टैक्स की सीमा से बाहर था। इंकम टैक्स अधिकारी ने कहा कि यह सर्वे उस समय किया गया जब जेट एयरवेज अपनी जून तिमाही के परिणामों के ऐलान में देरी कर रही थी। गोयल को इन संदिग्ध लेन-देन और भुगतानों का स्पष्टीकरण देने के लिए समन भेजा गया है। एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि असैसमैंट विंग अब पूछताछ कर रही है और इसके परिणामों के आधार पर ही इस मामले में गोयल को समन भेजा गया है।
ट्रांजैक्शन कानून के मुताबिक: जेट
एयरलाइन ने कुछ समय पहले बताया था कि ये ट्रांजैक्शन कानून के मुताबिक ही थे। यह प्रतिक्रिया 26 फरवरी की उस रिपोर्ट के जवाब में थी जिसमें बताया गया था कि टैक्स अथॉरिटीज ने दुबई की ग्रुप कम्पनियों के साथ एयरलाइन के लेन-देन में कई अनियमितताओं को पाया है और अथॉरिटीज इन ट्रांजैक्शन के स्पष्टीकरण के लिए जेट एयरवेज से पूछताछ कर सकती है। 26 फरवरी को जेट ने इस पर कहा था कि जेट एयरवेज ने हमेशा रैगुलेटरी और कॉर्पोरेट गवर्नैंस के नियमों का पालन किया है। एयरलाइन ने कहा था कि वह जांच अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है, इनमें रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज भी शामिल हैं।
एक और जांच की सिफारिश
जेट एयरवेज और इसकी ग्रुप कम्पनियों के बीच संदिग्ध लेन-देन के लिए सिर्फ इंकम टैक्स डिपार्टमैंट ही जांच नहीं कर रहा है। इस मामले में जुड़े व्यक्ति ने बताया कि मई में तैयार हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स वैस्टर्न रीजन ने भी कई लेन-देन को ‘संदिग्ध’ बताया था। डिपार्टमैंट ने जेट एयरवेज के अकाऊंट्स की जांच करने के बाद एक विस्तृत जांच करने की सिफारिश की।