‘भारत के टोटा चावल का मुरीद हुआ चीन, बना सबसे बड़ा इम्पोर्टर’

Edited By Anil dev,Updated: 16 Jun, 2022 03:29 PM

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चीन इस वक्त भारत से टोटा चावल का इम्पोर्ट करने वाला सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है।

बिजनैस डेस्क: चीन इस वक्त भारत से टोटा चावल का इम्पोर्ट करने वाला सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है। पहले भारत के इन टोटा चावलों के सबसे बड़े खरीदार अधिकांशत: अफ्रीकी देश रहे हैं। एक व्यापार डाटा के विश्लेषण के मुताबिक चीन महामारी के दौरान भारतीय चावल का टॉप खरीदार के रूप में उभरा, जिसमें इस पड़ोसी देश ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 16.34 लाख मीट्रिक टन (एल.एम.टी.) जो भारत के कुल चावल निर्यात 212.10 एल.एम.टी. यानि 7.7 प्रतिशत का इम्पोर्ट किया है।

भारत से खरीदे कुल चावल में 97 फीसदी टोटा चावल
विश्लेषण से पता चलता है कि भारत से चीन के कुल चावल के इम्पोर्ट (आयात) में से 16.34 एल.एम.टी. लगभग 97 प्रतिशत या 15.76 एल.एम.टी. टोटा हुए चावल ही थे। भारत के इसटोटा चावल की मांग में चीन में बढ़ौतरी देखी गई है। दरअसल, चीन अब भारतीय टोटा चावल का शीर्ष खरीदार है, साल 2021-22 में भारत का कुल चावल एक्सपोर्ट (निर्यात) बासमती और गैर-बासमती दोनों मिलाकर 212.10 एल.एम.टी. था, जो 2020-21 में निर्यात किए गए 177.79 एल.एम.टी. से 19.30 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधि में चीन को चावल का निर्यात 392.20 प्रतिशत से बढ़कर 3.31 एल.एम.टी. से 16.34 एल.एम.टी. हो गया।

नूडल्स और वाइन बनाने के लिए भारतीय चावल की अधिक मांग
व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि चीन को टोटा चावल के एक्सपोर्ट में इस बढ़ौतरी की वजह इस देश में नूडल्स और वाइन बनाने के लिए चावल की अधिक मांग है। ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने कहा, "चीन मुख्य रूप से टोटा चावल खरीद रहा है, जिसे वाइन और नूडल्स बनाने के लिए बदला जाता है।"उन्होंने कहा कि चीन ने कोविड -19 के ऑऊट ब्रेक से पहले एक प्रतिनिधिमंडल भारत भेजा था और उस प्रतिनिधिमंडल ने कई चावल मिलों का दौरा किया था। जानकारों का कहना है कि मांग में इस बढ़ौतरी की एक और वजह मक्के की बढ़ती कीमतें भी हो सकती हैं। टोटा चावल की मांग में ऐसे समय में वृद्धि देखी गई है, जब हाल के महीनों में खाद्य पदार्थों की कीमतों में वैश्विक स्तर पर वृद्धि दर्ज की गई है।

बासमती चावल के एक्सपोर्ट मे दर्ज की गई गिरावट
2021-22 में भारत के कुल चावल एक्सपोर्ट में बासमती चावल का 39.48 एल.एम.टी. था, जो 2020-21 में निर्यात किए गए 46.30 एल.एम.टी. से 14.73 प्रतिशत कम था। भारतीय चावल एक्सपोर्ट की बास्केट में गैर-बासमती चावल एक्सपोर्ट का सबसे बड़ा हिस्सा है। 2021-22 के दौरान बासमती के अलावा अन्य चावल का निर्यात 172.62 एल.एम.टी. था, जो 2020-21 में 131.49 एल.एम.टी. से 31.27 प्रतिशत अधिक रहा था। साल 2021-22 के दौरान भारत ने 83 देशों को 38.64 एल.एम.टी. टोटाचावल का एक्सपोर्ट किया। इसमें से चीन ने अधिकतम 15.76 एल.एम.टी. की खरीद की जो 2020-21 में 2.73 एल.एम.टी. से 476.40 प्रतिशत अधिक रहा।

2021-22 में भारत का कुल चावल एक्सपोर्ट

  • 212.10
  • लाख मीट्रिक टन
  • गैर बासमती
  • चावल का एक्सपोर्ट
  • 172.62
  • लाख मीट्रिक टन
  • बासमती चावल
  • का एक्सपोर्ट
  • 38.48
  • लाख मीट्रिक टन


गैर बासमती वेरायटी / कुल एक्सपोर्ट

  • पार बॉइल्ड राइस
  • 74.52
  • एल एम टी
  • नान पार बॉयलड राइस
  • 52.48 एल एम टी
  • ब्राउन राइस
  • का चूरा
  • 0.14 एल एम टी
  • टोटा चावल
  • 38.64 एल एम टी
  • सीड क्वालिटी
  •  का चूरा चावल
  • 0.28 एल एम टी
  • चावल का चूरा  
  • 6.550 एल एम टी

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