Edited By Pardeep,Updated: 09 Oct, 2018 04:55 AM
यू.पी., हरियाणा में पैट्रोल-डीजल पर वैट दरों में कटौती और दिल्ली के मुकाबले कीमतें करीब 2.50 रुपए प्रति लीटर तक कम होने से राजधानी में इनकी बिक्री घटने लगी है। पैट्रोलियम डीलर्स का दावा है कि कीमतों में मौजूदा अंतर से पैट्रोल-डीजल की सेल्स एन.सी.आर....
नई दिल्ली: यू.पी., हरियाणा में पैट्रोल-डीजल पर वैट दरों में कटौती और दिल्ली के मुकाबले कीमतें करीब 2.50 रुपए प्रति लीटर तक कम होने से राजधानी में इनकी बिक्री घटने लगी है।
पैट्रोलियम डीलर्स का दावा है कि कीमतों में मौजूदा अंतर से पैट्रोल-डीजल की सेल्स एन.सी.आर. में शिफ्ट हो रही है और स्मगलिंग की आशंका भी बढ़ गई है। अगर दिल्ली में वैट कटौती नहीं हुई तो यहां पैट्रोल की बिक्री में 25 प्रतिशत और डीजल की बिक्री में 40 प्रतिशत तक कमी आ सकती है। इससे वैट रैवेन्यू को भी झटका लगेगा।
दिल्ली में नोएडा और गाजियाबाद के मुकाबले पैट्रोल 2.48 और डीजल 1.90 रुपए महंगा
दिल्ली पैट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक सितम्बर 2018 में दिल्ली में 10.62 करोड़ लीटर पैट्रोल और 9.38 करोड़ लीटर डीजल की बिक्री हुई। फिलहाल सरकार पैट्रोल पर 17.80 और डीजल पर 11.02 रुपए प्रति लीटर वैट वसूल रही है। पड़ोसी राज्यों की वैट कटौती से जहां नोएडा और गाजियाबाद के मुकाबले दिल्ली में पैट्रोल 2.48 रुपए और डीजल 1.90 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है, वहीं गुडग़ांव और फरीदाबाद के मुकाबले दिल्ली में पैट्रोल 1.31 रुपए और डीजल 1.10 रुपए महंगा हुआ है। इससे सेल में रोजाना गिरावट दर्ज हो रही है।
वैट घटाने में सरकार को फायदा
एसोसिएशन के पूर्व प्रैजीडैंट निशीथ गोयल ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार वैट दरें घटाकर पड़ोसी राज्यों के बराबर करती है तो उसे हर माह करीब 50 करोड़ और सालाना 600 करोड़ रुपए का नुक्सान होगा, जबकि वैट नहीं घटाने पर सेल में गिरावट के चलते उसका घाटा 1,000 करोड़ को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार वैट में 4 रुपए प्रति लीटर तक कटौती कर दे तो दिल्ली में पैट्रोल की मासिक बिक्री 13.60 करोड़ लीटर तक पहुंच सकती है और ऐसे में वैट कलैक्शन भी बढ़ेगा।