Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Apr, 2018 05:39 AM
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) ने ई-आधार के लिए एक नया क्यू.आर. कोड शुरू किया है। इस क्यू.आर. कोड में अब आधार धारक की जननांकीय जानकारी के साथ साथ-साथ फोटो भी होगी। आधार जारी करने वाले इस प्राधिकरण ने एक बयान में कहा है कि उसने...
नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) ने ई-आधार के लिए एक नया क्यू.आर. कोड शुरू किया है। इस क्यू.आर. कोड में अब आधार धारक की जननांकीय जानकारी के साथ साथ-साथ फोटो भी होगी।
आधार जारी करने वाले इस प्राधिकरण ने एक बयान में कहा है कि उसने ई-आधार पर मौजूदा क्यू.आर. कोड की जगह नया क्यू.आर. कोड शुरू किया है। अब तक इस कोड में केवल आधार धारक से जुड़ी जानकारी होती थी। नए कोड में उसकी फोटो भी होगी।
खास बात यह है कि क्यूआर कोर्ड बारकोड लेबल का ही एक रूप है, जिसमें छिपी सूचनाओं को मशीन पढ़ सकती हैं। जबकि ई-आधार, 12 अंकों की विशेष संख्या का इलेक्ट्रानिक संस्करण है, जिसे यूआईडीएआई की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। प्राधिकरण का कहना है कि बैंक जैसे संस्थान अब आधार कार्ड का सत्यापन ऑफलाइन भी कर सकेंगे।
यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण का कहना, 'यह आधार कार्ड के तेजी से सत्यापन के साथ ईजी ऑफलाइन सिस्टम है। सूत्रों के मुताबिक ऑफलाइन सत्यापन की इस सुविधा से एक और ऑप्शन उपलब्ध होगा। यह तय करेगा कि यूजर्स को आधार से जुड़ी किसी सर्विस से वंचित नहीं किया जाए।' लेकिन संबंधित शख्स की प्रमाणिकता के लिए फोटो का उसके चेहरे से मिलान करना जरुरी होगा। साथ ही संबंधित एजेंसी अपने यहां लागू खास प्रमाणन योजना के जरिए भी उसका सत्यापन करेगी। यूआईडीएआई का ई-आधार क्यू आर कोर्ड रीडर साफ्टवेयर 27 मार्च 2018 से वेबसाइट पर मुहैया करवा दिया गया है।