Edited By Supreet Kaur,Updated: 05 May, 2018 04:12 PM
सरकारी उपक्रम नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) ने उर्वरक कारोबार के बाद बीज उत्पादन और विदेश में उर्वरक कारखाना स्थापित करने की दिशा में कदम बढा दिया है। एनएफएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मनोज मिश्रा ने कल रात संवाददाता सम्मेलन.......
नई दिल्लीः सरकारी उपक्रम नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) ने उर्वरक कारोबार के बाद बीज उत्पादन और विदेश में उर्वरक कारखाना स्थापित करने की दिशा में कदम बढा दिया है। एनएफएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मनोज मिश्रा ने कल रात संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यूरिया के उत्पादन के बाद कंपनी बीज प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम शुरु कर दिया है।
उन्होंने कहा कि देश में प्रमाणित बीज की भारी मांग है और इसे ध्यान में रखते हुए उसने इंदौर, पानीपत और भटिंडा में बीज प्रसंस्करण का कार्य शुरु कर दिया है। इसके अलावा कृषि रसायन और कम्पोस्ट उत्पादन में भी वह हिस्सा ले रही है। मिश्रा ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से कंपनी को डाई नाइट्रोजन टेट्रोऑक्साइड की आपूर्ति का आदेश मिला है। इसका उपयोग राकेट में किया जाता है । इसके उत्पादन के लिए एनएफएल की विजयपुर इकाई में संयंत्र की स्थापना की जा रही है जिसके लिए रुस से भी एक करार किया गया है।
उन्होंने बताया कि अल्जीरिया में 10 लाख टन क्षमता का एक उर्वरक संयंत्र स्थापित करने की तैयारी चल रही है जो अभी शुरुआती चरण में है। अल्जीरिया में बड़े पैमाने पर रॉक फास्फेट है जिसकी खरीद भारतीय कंपनिया करती है। एनएफएल यहां डीएपी संयंत्र लगाना चाहती है जिसकी भारत में बड़े पैमाने पर मांग है। मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2017-18 के दौरान कंपनी ने कुल 212.77 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया और इस दौरान कुल 9025 करोड़ रुपए का कारोबार किया गया। यह पिछले 15 वर्षो में सबसे अधिक है । इस दौरान कंपनी ने 43.09 लाख टन उर्वरकों की बिक्री की। इसमें कंपनी के कारखानों में उत्पादित उर्वरक के अलावा आयातित उर्वरक की बिक्री भी शामिल है।