Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 May, 2018 04:32 PM
सरकारी क्षेत्र की उर्वरक कंपनी नेशनल र्फिटलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) अपने 5 मौजूदा संयंत्रों में ऊर्जा बचाने वाली परियोजनाओं के कार्यान्वयन के साथ-साथ मध्य प्रदेश में डाइ-नाइट्रोजन टेट्रॉआक्साइड का एक नया कारखाना लगाएगी।
नई दिल्लीः सरकारी क्षेत्र की उर्वरक कंपनी नेशनल र्फिटलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) अपने 5 मौजूदा संयंत्रों में ऊर्जा बचाने वाली परियोजनाओं के कार्यान्वयन के साथ-साथ मध्य प्रदेश में डाइ-नाइट्रोजन टेट्रॉआक्साइड का एक नया कारखाना लगाएगी। इन परियोजनाओं पर पर दो साल में 1,250 करोड़ रुपए के निवेश की योजना है।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मनोज मिश्रा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कंपनी ईआईएल, एफसीआईएल और तेलंगाना सरकार के साथ मिलकर वहां रामागुंडम में बंद पड़े यूरिया संयंत्र को फिर से चालू करने में लगी है। इस परियोजना पर 5,300 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
एनएफएल अल्जीरिया में डाइ-अमोनियम फॉस्फेट का कारखाना लागने पर भी विचार कर रही है। यह कारखाना एक संयुक्त उपक्रम के तहत लगाने की योजना है। मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 8,928 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड कारोबार किया। कंपनी ने यूरिया के उत्पादन और बिक्री का नया कीॢतमान बनाया।’’ कंपनी के कारखाने हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में हैं। पिछले वित्त वर्ष में इसने 38.1 लाख टन यूरिया तैयार किया। इसके यूरिया संयंत्रों ने स्थापित क्षमता से 118 प्रतिशत अधिक उत्पादन किया। इस दौरान डाई एमोनियमम फास्फेट तथा म्यूरिएट आफ पोटास (एमओपी) का उत्पादन 3.93 लाख टन रहा।