Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Aug, 2020 03:48 PM
एनआईआईटी टेक्नोलॉजीज सालाना एक अरब डॉलर के कारोबार वाली कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथ ही कंपनी का इरादा स्वास्थ्य सेवा खंड में विस्तार का है। कंपनी को फिलहाल नए सिरे से ‘कोफोर्ज'' नाम से ब्रांड किया जा रहा है।
मुंबईः एनआईआईटी टेक्नोलॉजीज सालाना एक अरब डॉलर के कारोबार वाली कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथ ही कंपनी का इरादा स्वास्थ्य सेवा खंड में विस्तार का है। कंपनी को फिलहाल नए सिरे से ‘कोफोर्ज' नाम से ब्रांड किया जा रहा है। अभी कंपनी का सालाना राजस्व 60 करोड़ डॉलर का है। एनआईआईटी टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुधीर सिंह ने एक अरब डॉलर (7,489 करोड़ रुपए) के राजस्व के लिए हालांकि कोई समयसीमा नहीं बताई लेकिन उन्होंने कहा कि ब्रांड को भरोसा है कि वह अपने खुद के विस्तार के जरिए इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा। इसके लिए अधिग्रहण करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
हेक्सावेयर के साथ विलय की खबरों पर सिंह ने कहा कि कंपनी पहले ही इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दे चुकी है। कंपनी ने भविष्य के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय किया है। हेक्सावेयर की बहुलांश हिस्सेदारी भी एनआईआईटी की प्रवर्तक बेयरिंग प्राइवेट इक्विटी के पास है। सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने एक अरब डॉलर का संगठन बनने के लिए स्पष्ट रास्ता तैयार किया है। इसके तहत हम बैंकिंग, बीमा और यात्रा क्षेत्रों में विस्तार करेंगे। साथ ही हम विशेषज्ञता के रूप में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भी विस्तार करेंगे। इसके अलावा हम कृत्रिम मेधा, क्लाउड और डेटा सेवाओं में अपनी क्षमताओं को भुनाएंगे।''
उन्होंने कहा कि एक अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल करने के बाद कंपनी अपने परिचालन वाले क्षेत्रों में शीर्ष तीन कंपनियों में जगह बनाना चाहेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि इसमें लंबा समय लगेगा और कंपनी को आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों से मुकाबला करना होगा।