Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jan, 2019 01:00 PM
पंजाब नैशनल बैंक से हजारों करोड़ों रुपए का चूना लगा कर देश से भागे नीरव मोदी ने देश में वापस आने से मना कर दिया है। भगोड़े नीरव मोदी का यह कहना है कि उसने कुछ गलत नहीं किया है वह सुरक्षा कारणों से देश में वापस नहीं आ सकता।
बिजनेस डेस्कः पंजाब नैशनल बैंक से हजारों करोड़ों रुपए का चूना लगा कर देश से भागे नीरव मोदी ने देश में वापस आने से मना कर दिया है। भगोड़े नीरव मोदी का यह कहना है कि उसने कुछ गलत नहीं किया है वह सुरक्षा कारणों से देश में वापस नहीं आ सकता। नीरव मोदी ने यह बातें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों पर स्पेशल कोर्ट में दायर जवाब में कही हैं।
गौरतलब है कि ईडी ने नीरव मोदी को नए कानून के तहत भगोड़ा घोषित करने के लिए याचिका दी है। याचिका में लगाए आरोपों पर जवाब देते हुए नीरव मोदी ने कहा, 'मैंने कुछ गलत नहीं किया है। पंजाब नैशनल बैंक का घोटाला एक सिविल ट्रांजैक्शन है और मैं सुरक्षा कारणों का चलते भारत नहीं आ सकता।' इससे पहले भी नीरव मोदी ने भारत आने को लेकर अपनी जान को खतरा बताया था।
क्या है PNB घोटाला?
फरवरी 2018 में पंजाब नेशनल बैंक ने खुलासा किया कि मोदी और उसके सहयोगियों ने बैंक के अधिकारियों के साथ षड्यंत्र कर विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के लिए फर्जी भुगतान पत्र बनवाए और धोखाधड़ी की। अभी तक अनुमान के मुताबिक पीएनबी को करीब 13 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाया गया है। बैंक इतिहास के इस बड़े घोटाले की खबर बाहर आने के बाद ही सीबीआई एवं प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच शुरू की थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को मेहुल चोकसी की गीतांजलि ग्रुप कंपनी की थाईलैंड स्थित फैक्ट्री सीज कर दी गई। इस फैक्ट्री की कीमत 13 करोड़ रुपए है। ईडी ने कहा- हमने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह संपत्ति अटैच करने के प्रोविजनल ऑर्डर भेज दिए हैं। इस फैक्ट्री की मालिक ऐबेक्रेस्ट लिमिटेड है और गीतांजलि ग्रुप की ही एक कंपनी है। "जांच के दौरान यह पाया गया कि इस कंपनी को जालसाजी कर पीएनबी द्वारा जारी किए गए गैरआधिकारिक लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए 92.3 करोड़ का फायदा पहुंचा।"