Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Mar, 2021 02:56 PM
फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने कहा है कि अभी तक उसके या उसके कर्मचारियों या प्रबंधन के खिलाफ किसी तरह का प्रतिकूल निष्कर्ष नहीं निकला है। कंपनी ने अप्रैल, 2020 में अपनी छह योजनाओं को बंद कर दिया था। इससे पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि
नई दिल्लीः फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने कहा है कि अभी तक उसके या उसके कर्मचारियों या प्रबंधन के खिलाफ किसी तरह का प्रतिकूल निष्कर्ष नहीं निकला है। कंपनी ने अप्रैल, 2020 में अपनी छह योजनाओं को बंद कर दिया था। इससे पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने म्यूचुअल फंड कंपनी और उसके अधिकारियों को जोखिम प्रबंधन व्यवहार, अंतर-योजना स्थानांतरण और कर्मचारियों तथा प्रबंधन के व्यक्तिगत लेनदेन को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट लि. के अध्यक्ष संजय सापरे ने निवेशकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘हमने सेबी के नोटिस का विस्तार से जवाब दे दिया है। हम अपने जवाब का ब्योरा नहीं दे सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि हमने मान्य नियमनों और नियमों का अनुपालन किया है। हमारे पास इन आरोपों का जवाब है।'' सापरे ने शुक्रवार को लिखे पत्र में कर्मचारियों और प्रबंधन के व्यक्तिगत लेनदेन पर कहा कि कंपनी ऐसे मामलों को गंभीरता से लेती है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इन योजनाओं के बंद होने से पहले योजनाओं से निकासी की है उसकी जांच की जा रही है। इन लोगों ने इसमें पूरा सहयोग किया है और सेबी को विस्तार से जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि बंद योजनाओं में कंपनी के कर्मचारियों और प्रबंधन को उल्लेखनीय निवेश है। सापरे ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि कंपनी नियामक के साथ पूरी पारदर्शिता बरत रही है और उसने उसे (नियामक को) पूरा सहयोग दिया है।