Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 09:58 AM
सहारा इंडिया की योजना में राशि जमा करने वाले उपभोक्ता को समय पर परिपक्वता (मैच्योरिटी) राशि नहीं देना कम्पनी को महंगा पड़ गया। अब कम्पनी को परिपक्वता की राशि का ब्याज व मुआवजा भी देना होगा। हालांकि कम्पनी ने सुनवाई के दौरान ही परिपक्वता राशि आयकर...
जांजगीर-चांपा: सहारा इंडिया की योजना में राशि जमा करने वाले उपभोक्ता को समय पर परिपक्वता (मैच्योरिटी) राशि नहीं देना कम्पनी को महंगा पड़ गया। अब कम्पनी को परिपक्वता की राशि का ब्याज व मुआवजा भी देना होगा। हालांकि कम्पनी ने सुनवाई के दौरान ही परिपक्वता राशि आयकर काट कर उपभोक्ता फोरम के पास चैक द्वारा जमा करवा दी है।
क्या है मामला
आवेदक अकलतरा निवासी मोहम्मद मुश्ताक के अनुसार उसने सहारा इंडिया के एजैंट महेश अग्रवाल के माध्यम से सहारा क्यू गोल्ड योजना के तहत 1,41,315 रुपए जमा किए थे। योजना के अनुसार उपभोक्ता को 5 वर्ष बाद 80 ग्राम गोल्ड या उसकी कीमत का नकद भुगतान करना है लेकिन मुश्ताक के अनुसार 26 जुलाई, 2017 को उसका प्लान परिपक्व हो गया और उसने अपने भुगतान के लिए एजैंट से संपर्क किया। संपर्क करने पर उसे बताया गया कि उसे परिपक्वता की राशि 5 किस्तों में प्रदान की जाएगी। राशि प्राप्त करने उसने लगातार चांपा स्थित सहारा इंडिया के कार्यालय में संपर्क किया, पर भुगतान नहीं होने पर उसने मामला उपभोक्ता फोरम में प्रस्तुत किया। फोरम में सुनवाई के दौरान फरवरी माह में सहारा इंडिया के अधिकारियों ने आवेदक को भुगतान की जाने वाली राशि 2,26,200 में से 8483 रुपए टी.डी.एस. काटकर शेष राशि का चैक जमा करवा दिया।
यह कहा फोरम ने
फोरम के अध्यक्ष बी.पी. पांडेय व सदस्य मनरमण सिंह ने फैसला सुनाते हुए सहारा इंडिया को परिपक्वता राशि पर 27 जुलाई से 15 फरवरी तक 6 प्रतिशत ब्याज की रकम अदा करने के साथ 5000 रुपए मानसिक संताप व 2000 रुपए वाद व्यय देने का आदेश पारित किया है।