Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Oct, 2018 12:06 PM
आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब मोबाइल नंबर लेने के लिए इसकी जरूरत नहीं होगी। अब आप किसी भी दूसरी आईडी के जरिए मोबाइल नंबर हासिल कर सकेंगे।
नई दिल्लीः आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब मोबाइल नंबर लेने के लिए इसकी जरूरत नहीं होगी। अब आप किसी भी दूसरी आईडी के जरिए मोबाइल नंबर हासिल कर सकेंगे। हालांकि, बिना आधार दिए मोबाइल नंबर लेना अब इतना आसान नहीं होगा और इसकी पेचीदगी उस दौर की तरह ही हो जाएगी, जब आधार का इस्तेमाल नहीं होता था।
लंबा हो जाएगा इंतजार
अब दूरसंचार कंपनियों के पास कस्टमर के केवाईसी वेरिफिकेशन के लिए आधार कार्ड लेने का अधिकार नहीं होगा। इसके चलते नए मोबाइल कनेक्शन के लिए अब आपका इंतजार 288 गुना बढ़ जाएगा। आधार की मदद से कंपनियां महज 30 मिनट के भीतर कस्टमर का वेरिफिकेशन कर लेती थीं और नंबर मिल जाता था, लेकिन अब नया मोबाइल कनेक्शन चालू होने में 5 से 6 दिन तक का वक्त लग सकता है। कह सकते हैं कि यदि आप सोमवार को नंबर के लिए अप्लाई करेंगे तो शुक्रवार तक आपका नया नंबर चालू हो सकेगा।
फिजिकल वेरिफिकेशन की जरूरत
आधार कार्ड की जरूरत खत्म किए जाने के बाद दूरसंचार कंपनियों को 24 से 36 घंटे के बीच फिजिकल वेरिफिकेशन करना होगा। ग्राहकों के पते पर जाकर उनसे पेपर लेने होंगे, सिग्नेचर कराने होंगे और फिर डॉक्युमेंट्स को वेरिफिकेशन सेंटर भेजना होगा। इसके बाद क्रॉस-वेरिफिकेशन कॉल होगी और तब जाकर नंबर चालू हो सकेगा।
UIDAI ने टेलिकॉम कंपनियों से मांगा जवाब
इस बीच, यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से टेलिकॉम कंपनियों से कहा गया है कि वे 15 दिनों के भीतर बताएं कि कैसे आधार का इस्तेमाल मोबाइल नंबर के वेरिफिकेशन के लिए नहीं किया जाएगा।