अब छोटी बचत योजनाओं में भी नहीं चलेंगे 500 और 1000 के पुरानेे नोट

Edited By ,Updated: 23 Nov, 2016 03:52 PM

now  even small savings will not run on 500 and 1000 notes

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने मंगलवार को बताया कि 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों का इस्तेमाल अब छोटी अवधि की बचत योजनाओं में जमा के लिए भी नहीं किया जा सकेगा।

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने मंगलवार को बताया कि 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों का इस्तेमाल अब छोटी अवधि की बचत योजनाओं में जमा के लिए भी नहीं किया जा सकेगा। वित्त मंत्रालय ने बताया कि उसे बैंकों के जरिए यह बात पता चली है कि बीते 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से इन उच्च मूल्य वर्ग के नोटों (500 और 1000 रुपए के नोट) को छोटी बचत योजनाओं के तहत खोले गए खातों में जमा किया जा सकता है।

मंत्रालय ने कहा, “मंत्रालय में इस मामले की जांच हुई और फिर यह तय किया गया कि छोटी बचत योजनाओं के ग्राहकों को 500 और 1000 रुपए के पुराने करेंसी नोट जमा करने के लिए अनुमति नहीं दी जा सकती है।” आपको बता दें कि छोटी बचत योजनाओ में पोस्ट ऑफिस डिपाजिट, पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाएं आती हैं। इन योजनाओं पर मिलने वाला ब्याज 7.3 फीसदी से 8.5 फीसदी तक होता है।

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!